जासूसी के आरोप में वित्त मंत्रालय का कर्मचारी गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय में जासूसी का भंडाफोड़ किया है। मंत्रालय का एक डेटा एंट्री ऑपरेटर जासूस निकला। वह काफी समय से मंत्रालय की सीक्रेट जानकारी विदेशों में भेज रहा था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने वित्त मंत्रालय से संबंधित संवेदनशील सूचनाएं अन्य देशों को लीक करने के आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि यह आरोपी पैसों के बदले में दूसरे देशों को वित्त मंत्रालय से जुड़ी जरूरी जानकारी दे रहा था। आरोपी का नाम सुमित है, जो वित्त मंत्रालय में कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहा था। काम के दौरान उसने खुद को संदिग्ध गतिविधियों में शामिल किया और पैसों के बदले में सीक्रेट जानकारी दूसरे देशों को दे रहा था जो भारत के लिहाज से संवेदनशील है।
सुमित के पास से एक मोबाइल फोन जब्त हुआ है, पुलिस के मुताबिक इसी फोन से वह जासूसी को अंजाम दे रहा था। इस केस में Official Secret Act के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। आप कितने समय से यह शख्स वित्त मंत्रालय के साथ काम कर रहा था और किस प्रकार की जानकारी इस ने दूसरे देशों को दी है अभी कुछ भी सामने नहीं आया है। क्योंकि मामला वित्त मंत्रालय से जुड़ा हुआ है, ऐसे में पुलिस भी विस्तृत जांच के बाद ही बयान जारी करना चाहती है।
Official Secret Act 1923 सरकारी कर्मचारियों और सामान्य नागरिकों पर लागू होता है। इस कानून के तहत जो भी शख्स जासूसी में शामिल होगा या देशद्रोह वाली गतिविधियों में सक्रिय रहेगा और ऐसे काम करेगा जो देश की अस्मिता को चोट पहुंचाए गा तब यह एक्ट लागू होगा। बड़ी बात यह है कि इस कारण में कहीं भी यह स्पष्ट रूप से नहीं लिखा है कि सीक्रेट क्या होता है, इसी कारण कई बार जब इस कानून के जरिए कोई कार्यवाही होती है तो विवाद भी उत्पन्न हो जाती है।