Thursday, March 6, 2025

नई स्टडी में खुलासा: सप्ताह में चार घंटे एक्सरसाइज से Fatty Liver में हो सकता है सुधार

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 हर सप्ताह ढाई से चार घंटे एक्सरसाइज- जैसे साइकलिंग या जॉगिंग करने से फैटी लिवर 30 प्रतिशत तक कम हो सकता है। एशियन पैसिफिक एसोसिएशन फार द स्टडी आफ द लिवर (एपीएएसएल) की स्टडी (Fatty liver research study) में यह बात सामने आई है।

एक-चौथाई आबादी फैटी लिवर का शिकार

अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण फैटी लिवर बीमारी तेजी से बढ़ रही है। यह बीमारी लिवर में फैट जमा होने से होती है। दुनिया की लगभग एक चौथाई से ज्यादा आबादी को इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले रखा है। फैटी लिवर से लिवर में सूजन, लिवर सिरोसिस, लिवर कैंसर हो सकता है।

फैटी लिवर कैसे ठीक करें?

हालांकि, अगर बैलेंस्ड डाइट और एक्सरसाइज (Exercise for fatty liver) लेने से मेटाबोलिक- एसोसिएटेड फैटी लिवर डिजीज (एमएएफएलडी) से छुटकारा मिल सकता है। फैटी लिवर के बढ़ते खतरे के बीच हेपेटोलाजी इंटरनेशनल जर्नल में पब्लिश एपीएएसएल के गाइड लाइन्स में कहा गया है कि ज्यादा वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त एमएएफएलडी के मरीजों को पांच से 10 प्रतिशत तक वजन कम करना चाहिए।

 हर सप्ताह ढाई से चार घंटे एक्सरसाइज- जैसे साइकलिंग या जॉगिंग करने से फैटी लिवर 30 प्रतिशत तक कम हो सकता है। एशियन पैसिफिक एसोसिएशन फार द स्टडी आफ द लिवर (एपीएएसएल) की स्टडी (Fatty liver research study) में यह बात सामने आई है।

एक-चौथाई आबादी फैटी लिवर का शिकार

अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण फैटी लिवर बीमारी तेजी से बढ़ रही है। यह बीमारी लिवर में फैट जमा होने से होती है। दुनिया की लगभग एक चौथाई से ज्यादा आबादी को इस बीमारी ने अपनी चपेट में ले रखा है। फैटी लिवर से लिवर में सूजन, लिवर सिरोसिस, लिवर कैंसर हो सकता है।

फैटी लिवर कैसे ठीक करें?

हालांकि, अगर बैलेंस्ड डाइट और एक्सरसाइज लेने से मेटाबोलिक- एसोसिएटेड फैटी लिवर डिजीज (एमएएफएलडी) से छुटकारा मिल सकता है। फैटी लिवर के बढ़ते खतरे के बीच हेपेटोलाजी इंटरनेशनल जर्नल में पब्लिश एपीएएसएल के गाइड लाइन्स में कहा गया है कि ज्यादा वजन वाले या मोटापे से ग्रस्त एमएएफएलडी के मरीजों को पांच से 10 प्रतिशत तक वजन कम करना चाहिए।

गाइड लाइन्स में कहा गया है कि साबुत अनाज, ड्राई फ्रूट्स और सीड्स, फल और सब्जियां और ऑलिव ऑयल वाली डाइट से एमएएफएलडी के मरीजों में टाइप-2 डायबिटीज, दिल की बीमारियों, फैटी लिवर और फाइब्रोसिस का रिस्क कम होता है।

एक्सरसाइज करना न भूलें

रोजाना तीन कप काफी पीना फायदेमंद माना जाता है। एरोबिक एक्सरसाइज – जो हार्ट रेट को बढ़ाता है और मांसपेशियों और अंगों तक आक्सीजन फ्लो में सुधार करता है- एमएएफएलडी वाले लोगों को पेट की चर्बी और ‘बैड’ कोलेस्ट्राल को कम करने के साथ-साथ कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस में सुधार करने में मदद करता है। हर सप्ताह कम से कम 135 मिनट एरोबिक एक्सरसाइज करना फायदेमंद हो सकता है।

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नई दिल्‍ली। भारतीय बाजार में निजी वाहनों के साथ ही कमर्शियल वाहनों की बिक्री करने वाली प्रमुख वाहन निर्माता Tata Motors की ओर से कई तकनीक के साथ वाहनों को ऑफर किया जाता है। कंपनी की ओर से 04 March 2025 को Hydrogen तकनीक से चलने वाले ट्रक का ट्रायल शुरू किया है। इन ट्रकों में किस तरह की खासियतों को दिया गया है। इस मौके पर मौजूद केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari ने क्‍या बयान दिया है। हम आपको इस खबर में बता रहे हैं। Tata ने शुरू किया Hydrogen Truck का ट्रायल टाटा मोटर्स की ओर से देश के पहले हाइड्रोजन तकनीक से चलने वाले ट्रक्‍स का ट्रायल शुरू कर दिया है। तीन मार्च 2025 को आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के साथ प्रहलाद जोशी ने इन ट्रक्‍स को हरी झंडी दिखाकर ट्रायल के लिए रवाना किया। हाइड्रोजन तकनीक वाले ट्रक्‍स का दो साल तक होगा ट्रायल टाटा मोटर्स की ओर से जानकारी दी गई है कि नई तकनीक वाले इन ट्रक्‍स का दो साल तक ट्रायल किया जाएगा। इस दौरान इन ट्रक्स को देश के अलग-अलग हिस्‍सों में चलाया जाएगा। कंपनी की ओर से कुल 16 ट्रक्‍स को मुंबई, पुणे, दिल्‍ली-एनसीआर, सूरत, वदोडरा, जमशेदपुर और कलिंगनगर में चलाया जाएगा। इनमें अलग अलग क्षमता और पेलोड के ट्रक्‍स शामिल होंगे। जिसके बाद ही इनके लॉन्‍च को लेकर कोई निर्णय किया जाएगा। नितिन गडकरी ने कही यह बात केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस मौके पर कहा कि हाइड्रोजन भविष्य का ईंधन है जिसमें उत्सर्जन को कम करके और ऊर्जा आत्मनिर्भरता को बढ़ाकर भारत के परिवहन क्षेत्र को बदलने की अपार क्षमता है। इस तरह की पहल भारी-भरकम ट्रकिंग में टिकाऊ गतिशीलता के लिए संक्रमण को गति देगी और हमें एक कुशल, कम कार्बन वाले भविष्य के करीब ले जाएगी। प्रहलाद जोश ने दिया यह बयान नितिन गडकरी के साथ ही इस मौके पर केंद्रीय नवीन एवं नवीनीकरण ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी भी मौजूद थे। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने बताया कि भारत के टिकाऊ और शून्य-कार्बन भविष्य की ओर बढ़ने के लिए हाइड्रोजन एक महत्वपूर्ण ईंधन है। इस परीक्षण की शुरुआत भारत के परिवहन क्षेत्र को कार्बन मुक्त करने में हरित हाइड्रोजन की क्षमता को प्रदर्शित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन का हिस्सा यह पहल वैश्विक जलवायु लक्ष्यों में योगदान करते हुए नवाचार को बढ़ावा देने और भारत की ऊर्जा स्वतंत्रता प्राप्त करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। अलग अलग तकनीक के साथ आएंगे ट्रक टाटा की ओर से हाइड्रोजन ICE, हाइड्रोजन फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक जैसी तकनीक के साथ इन ट्रक्‍स को लाया जाएगा। जिनके टैंक में एक बार हाइड्रोजन भरने के बाद 300 से 500 किलोमीटर तक चलाया जा सकेगा।
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