Encounter between police and Maoists, body of a Naxalite recovered
जगदलपुर। केशामुंडी के जंगल में पुलिस और माओवादियों के बीच हुए मुठभेड़ के बाद सर्चिंग के दौरान एक पुरुष माओवादी का शव बरामद किया गया है. इसके अलावा मौके से एक पिस्टल, मैग्जीन – दो जिन्दा राउंड, कार्डेक्स वायर, जिलेटिन स्टिक, फ्यूज, पिट्ठू, माओवादी वर्दी, साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद किया गया है. माओवादियों के खिलाफ डीआरजी, बस्तर फाइटर और सीआरपीएफ 222 बटालियन की संयुक्त कार्रवाई की थी.
बता दें कि बारिश का मौसम आते ही बस्तर में नक्सली पूरी तरह से सक्रिय हो जाते हैं. इस दौरान नक्सली अपने ठिकाने बदलने के साथ ही फोर्स को नुकसान पहुंचाने के लिए कई तरह के पैंतरे आजमाते हैं. बरसात के मौसम में जब नदी नाले उफान पर रहते हैं, तब नक्सली जवानों पर हमला कर घने जंगलों में गुम हो जाते हैं.
बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि मानसून के दौरान पुलिस फोर्स को काफी नुकसान उठाना पड़ता है, लेकिन अब स्थिति बदल रही है. ठंडी और गर्मी के मौसम के साथ ही अब मानसून में भी नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन लॉन्च करने की बात कही है. हाल ही में हुए 3 राज्यों के पुलिस के आला अधिकारियों की बैठक में ज्वाइंट ऑपरेशन चलाने का निर्णय लिया गया है.
आईजी ने बताया कि पहले भी बीते 3 सालों में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन मानसून चलाया गया, जिसमें पुलिस को सफलता भी मिली. इस साल 3 राज्यों के जवानों द्वारा संयुक्त रूप से ऑपरेशन चलाया जाएगा और नक्सलियों के ठिकानों पर दबिश देकर बड़े नक्सली लीडरों को टारगेट किया जाएगा. बीते 3 वर्षों में ऑपरेशन मानसून में 66 मुठभेड़ हुए, जिसमें 29 नक्सली मारे गए, 10 जवान शहीद हुए, 349 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई. वहीं मुठभेड़ के दौरान 76 हथियार जब्त की गई, 154 आईडी बरामद हुए, 23 आईडी विस्फोट हुए.