Getting your Trinity Audio player ready...
|
कोरबा जिला अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत सतरेंगा में शासकीय राशन दुकान के संचालक द्वारा गरीब हितग्राहियों को चना वितरण में भारी गड़बड़ी किए जाने का मामला सामने आया है। इस अनियमितता को लेकर गांव के सैकड़ों ग्रामीणों में जबरदस्त नाराज़गी और असंतोष व्याप्त है।
ग्रामीणों ने बताया कि मार्च माह में प्रति परिवार केवल 4-4 पैकेट चना ही वितरित किए गए, जबकि रिकॉर्ड में 10 पैकेट वितरण दिखाकर 6 पैकेट चना हर परिवार के कोटे से गायब कर दिए गए।
पीड़ित ग्रामीणों ने बताया कि चना वितरण की गड़बड़ी कोई पहली बार नहीं हुई। पूर्व में भी राशन दुकान संचालक पर समय-समय पर कटौती और हेराफेरी के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन शिकायतों के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई।
स्थानीय निवासी ने कहा –
“हम मेहनत-मजदूरी करने वाले गरीब लोग हैं। महीने में यही चना, चावल और किराना मिलता है जिससे हमारा घर चलता है। लेकिन दुकानदार हमें जान-बूझकर कम सामान देकर हमारे बच्चों के हिस्से का राशन खा रहा है। यह बहुत बड़ा अन्याय है।”
वहीं एक महिला हितग्राही ने बताया –
“हमने कई बार उच्च अधिकारियों को शिकायत दी, पर कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। अगर अब भी कार्रवाई नहीं हुई, तो हम सब मिलकर कोरबा जिला कलेक्टर कार्यालय का घेराव करेंगे।”
ग्रामीणों का कहना है कि शासकीय राशन वितरण प्रणाली में इस तरह की लापरवाही और हेराफेरी से सरकारी योजनाओं की साख पर सवाल उठ रहे हैं। कोरबा जिला प्रशासन को इस मामले में सूक्ष्मता से जांच कर दोषी संचालक के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करनी चाहिए ताकि गरीबों का हक सुरक्षित रह सके।
गांव में गुस्से का माहौल बना हुआ है। लोग एकजुट होकर उच्चाधिकारियों से जल्द हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं। यदि कुछ ही दिनों में स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो बड़े स्तर पर आंदोलन और शिकायत का क्रम तेज किया जाएगा।वहीं अब देखना होगा की खबर प्रकाशित होने के बाद क्या कुछ कार्यवाही होगा देखने वाली बात होगी।