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कोरबा। नगर सेना कोरबा में बीते कुछ महीनों से लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। अब कमांडेंट अनुज कुमार एक्का के खिलाफ गंभीर आरोप सामने आए हैं। नगर सैनिकों के एक समूह ने आरोप लगाया है कि कमांडेंट न केवल सैनिकों के साथ मानसिक और आर्थिक शोषण कर रहे हैं, बल्कि महिला नगर सैनिकों के साथ अभद्रता करने की शिकायतें भी उठी हैं। यह मामला अब पूरी तरह से उग्र रूप ले चुका है।

इसी विवाद के बीच जिले के करीब 300 नगर सैनिक अचानक धरने पर बैठ गए, जिसके कारण पूरे जिले की सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। आंदोलन के दौरान एक जवान तबीयत बिगड़ने से बेहोश भी हो गया, जिसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
कमांडेंट पर गंभीर आरोप: “अंग्रेजों के जमाने जैसा व्यवहार”
नगर सैनिकों ने संयुक्त रूप से दर्ज कराई शिकायत में कहा है कि—
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कमांडेंट अनुज एक्का छुट्टी देने से पहले अत्यधिक कड़े नियम थोप रहे हैं।
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बीमारी, एक्सीडेंट या पारिवारिक आपात स्थिति में भी छुट्टी देने से इनकार किया जा रहा है।
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कुछ जवानों का आरोप है कि कमांडेंट का व्यवहार “अंग्रेजों के जमाने की गुलामी जैसा” है।
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महिला नगर सैनिकों ने भी आरोप लगाया है कि कमांडेंट उनसे असभ्य भाषा में बात करते हैं और कई बार अपमानजनक टिप्पणियाँ करते हैं।
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जवानों का कहना है कि कमांडेंट जानबूझकर उन्हें डराने-धमकाने और “सस्पेंड करने” की चेतावनी देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं।
एक महिला सैनिक ने बताया कि जब उन्होंने छुट्टी के लिए विनती की, तो कमांडेंट ने “अभद्र और असम्मानजनक शब्दों” का प्रयोग किया। शिकायत में यह भी कहा गया है कि महिला सैनिकों की बात सुनने के बजाय उन्हें फटकारा और अपमानित किया गया।
मानवीय परिस्थिति में भी नहीं मिल रही छुट्टी
जवानों के अनुसार, कई बार मौत जैसी गंभीर स्थिति में भी छुट्टी नहीं दी गई:
एक जवान की मां रायपुर के अस्पताल में अंतिम अवस्था में थी। उसने कमांडेंट से छुट्टी की गुहार लगाई, लेकिन उसे कहा गया—
“घर में और कोई होगा, तुमको ड्यूटी जाना ही पड़ेगा, नहीं तो सस्पेंड कर दूंगा।”
मजबूरी में जवान को रायपुर ड्यूटी जाना पड़ा, और तीन दिन बाद उसकी मां का निधन हो गया। इस घटना ने पूरे नगर सेना में नाराजगी और आक्रोश को और बढ़ा दिया।

