कोरबा। SECL (साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड) के सीएमडी कार्यालय में बुधवार को बोनस की मांग को लेकर भारी संख्या में ठेका मजदूरों ने प्रदर्शन किया। इसमें एसईसीएल की मानिकपुर, गेवरा, कुसमुंडा, दीपका, पाली, सराईपाली, बुढ़बुढ़ और रायगढ़ के तमनार खदानों के ठेका मजदूर शामिल थे। इन मजदूरों की प्रमुख मांग 8.33 प्रतिशत बोनस देने की रही, जिसे लेकर उन्होंने एसईसीएल सीएमडी कार्यालय का घेराव किया।
इस प्रदर्शन में हजारों की संख्या में मजदूर उपस्थित थे, जिन्हें छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप मिरी का भी समर्थन प्राप्त हुआ। छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना, एक गैर-राजनीतिक संगठन, ने भी मजदूरों के हक की आवाज को बुलंद किया और उनकी मांग का समर्थन किया।
घेराव के बाद त्रिपक्षीय वार्ता से निकला समाधान
सीएमडी कार्यालय में प्रशासन, मजदूर संघ और छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के बीच त्रिपक्षीय वार्ता आयोजित की गई, जिसमें बोनस देने को लेकर सहमति बनी। इस वार्ता के बाद एसईसीएल प्रबंधन ने लिखित रूप से यह वादा किया कि दिवाली से पहले मजदूरों को 8.33 प्रतिशत बोनस का भुगतान किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त कर दिया गया।
प्रदेश अध्यक्ष दिलीप मिरी ने दिया मजदूरों का साथ
प्रदर्शन में छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप मिरी भी शामिल रहे। उन्होंने मजदूरों की मांग को जायज़ ठहराते हुए प्रबंधन पर दबाव डाला और त्रिपक्षीय वार्ता में शामिल होकर बोनस की मांग पूरी करवाने में अहम भूमिका निभाई। मिरी ने कहा कि छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना हमेशा मजदूरों के हक की लड़ाई में उनके साथ है।
इस प्रदर्शन और घेराव ने ठेका मजदूरों की मांगों को मजबूती से एसईसीएल प्रबंधन के सामने रखा और दिवाली से पहले बोनस की सहमति बनाकर मजदूरों में खुशी की लहर ला दी।