धान खरीदी प्रभारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने कलेक्टर से हुई शिकायत..
रायपुर – छत्तीसगढ़ के नवीन जिला सक्ती के डभरा तहसील अंतर्गत धान खरीदी केंद्र में खरीदी प्रभारी द्वारा फर्जी रकबा पंजीयन कर धान बिक्री कर घोटाला करने की बड़ी शिकायत की है। शिकायतकर्ता ने सक्ती कलेक्टर और एसपी लिखित शिकायत करते हुए खरीदी प्रभारी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर कानूनी कार्रवाई करने एवं अनैतिक रूप से कमाई की गई राशि को वसूल कर सेवा से बर्खास्त करने मांग की है। पूरा मामला फर्जी रकबा पंजीयन से जुड़ा हुआ है।
पूरी खबर यह है कि सक्ती जिला के डबरा तहसील अंतर्गत धान उपार्जन केंद्र सेवा सहकारी समिति मर्यादित अमलडीहा पंजीयन क्रमांक 1847 में मोहन पटेल को संस्था प्रबंधक के पद पर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा मोहन पटेल को पिछले कई वर्षों से उक्त खरीदी केंद्र का प्रभारी भी बनाया गया है।
खरीदी प्रभारी मोहन पटेल द्वारा अपने पद एवं अधिकार का दुरुपयोग करते हुए फर्जी तरीके से खरीदी वर्ष 2021-22 में अपने नाम पर ग्राम खोरसिया, पेंडरुवा और बघोद स्थित खसरा नंबर की भूमि का फर्जी पंजीयन करा कर लगभग 270 क्विंटल धान की फर्जी बिक्री किया है। उक्त धान की कीमत समर्थन मूल्य एवं राज्य सरकार द्वारा दिए जाने वाले बोनस को मिलाकर लगभग 6,75,000 रुपए मूल्य का धान विक्रय किया है।
आपको बताना चाहूंगा कि मोहन पटेल द्वारा जिस खसरा नंबर की भूमि का पंजीयन करा कर धान का विक्रय किया गया है उसमें भूमि स्वामी का नाम नामालूम दर्ज है। इसके अलावा महत्वपूर्ण बात यह भी है कि किसी भी किसान का भूमि पंजीयन तभी हो सकता है जब किसान का नाम राजस्व रिकॉर्ड के अभिलेख में दर्ज हो और उसके संबंध में आवश्यक दस्तावेज बी 1, खसरा एवम् ऋण पुस्तिका प्रस्तुत करना अनिवार्य होता है जिसके आधार पर पंजीयन किया जाता है। इस तरह नामालूम नाम दर्ज खसरा नंबर भूमि का पंजीयन करना कंप्यूटर ऑपरेटर एवं पटवारी द्वारा किए गए गिरदावरी कार्यों पर भी सवाल खड़े करता है।
आपको बता दे मोहन पटेल द्वारा विगत तीन वित्तीय वर्ष खरीदी वर्ष 2020-21 में 120 क्विंटल, 2021 – 22 में 392 क्विंटल एवं 2022 – 23 में मात्र 98 क्विंटल धान विक्रय किया है, तीनों खरीदी वर्ष में धान की मात्रा में भी बड़ी भिन्नता है जो कि उनके द्वारा किए गए कूटरचना एवं फर्जीवाड़े को भी स्पष्ट करता है।
शिकायतकर्ता ने पूरे मामले की लिखित शिकायत इससे जुड़े सभी दस्तावेज प्रस्तुत कर सक्ती कलेक्टर से की है जिसमें उन्होंने खरीदी प्रभारी मोहन पटेल के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर कानूनी कार्रवाई करने, अनैतिक रूप से कमाई की गई राशि वसूल करने एवं सेवा से बर्खास्त करने की मांग की है, साथ ही इस मामले में संलिप्त अन्य दोषियों पर भी कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। अब देखना होगा की शिकायत पर कलेक्टर द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है।