कोरबा :- राजस्व विभाग में एक से बढ़कर एक कारनामा होते रहते है वन भूमि पट्टा बांटने की बात हो या आबादी भूमि की पट्टा बांटने की हो राजस्व विभाग के कर्मचारी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं और कर्मचारी धड़ल्ले पूर्वक अपने मन पसंद ब्यक्तियों के नाम पर या उनके रिश्तेदारों के नाम पर पट्टा बनाकर बांटने का आरोप लग चुके हैं और शिकायत पर कई गाँव के आबंटित शासकीय पट्टा को भी निरस्त किया जा चुका है!
हम बात कर रहे हैं पोड़ी उपरोड़ा तहसील अंतर्गत ग्राम पंचायत बांगों के आश्रित ग्राम चर्रा की गांववालों की माने तो यहाँ पर शासकीय भूमि खसरा नंबर 1/1 रकबा 1.113 बिहानू पिता समारू, खसरा नंबर 1/4 रकबा 0.113 बुधराम पिता शंकर, 1/5 रकबा 0.023 मानसिंह पिता समारु एवं 4 रकबा 0.066 हेक्टेयर भूमि मंगल पिता घासीराम को पट्टा आबंटित हुआ है लेकिन उस नाम के व्यक्ति चर्रा गाँव में निवासरत नहीं और न ही जिस जमीन का पट्टा आबंटित हुआ है उस जमीन पर कभी भी इनका कब्जा ही नहीं रहा है फिर भी इनके नाम पर पट्टा जारी किया गया है !
गाँव वालों को इनके नाम पर पट्टा आबंटित हुआ है इसकी जानकारी उन्हें तब मालूम हुआ जब इन्होंने अपने पूर्वज के समय से जिस जमीन पर मकान और खेती बाड़ी कर रहे हैं उसका वन भूमि पट्टा देने की मांग की गई तब तत्कालीन पटवारी ने उन्हें बताया की तुम जिस जमीन पर काबिज हो उस जमीन का पट्टा पहले से ही ऊपर दर्शित नामों को आबंटित हो चुका है तबसे काबिज लोग फर्जी व्यक्तियों के नाम पर जारी पट्टा को निरस्त करने के लिए तहसीलदार, अनुविभागिय अधिकारी और कलेक्टर कोरबा को कई बार पत्राचार कर चुके हैं लेकिन आज तक किसी प्रकार की कार्यवाही होते दिखाई नहीं पड़ रही है!