भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के दौरान तुर्की और अजरबैजान ने पाकिस्तान का समर्थन किया था, जिसके बाद पूरे देश में इन दोनों देशों के खिलाफ विरोध और बहिष्कार शुरू हो गया है। व्यापारियों ने तुर्की के साथ अपनी बिजनेस डील्स रद्द करनी शुरू कर दी हैं और पर्यटक भी तुर्की की बुकिंग कैंसिल कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey तेजी से ट्रेंड कर रहा है। इसी बीच, एक नई बहस ट्रैवल बुकिंग प्लेटफॉर्म ईजमायट्रिप के सीईओ निशांत पिट्टी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक विवादित पोस्ट के जरिए शुरू कर दी। पिट्टी ने आरोप लगाया कि भारतीय जवानों को मिलने वाले डिस्काउंट के जरिए उनका डेटा चीन तक पहुंच रहा है क्योंकि ऐसी कंपनियों में चीन की भारी हिस्सेदारी है। उन्होंने बिना नाम लिए मेकमायट्रिप पर निशाना साधा।
Indian Armed Forces book discounted tickets via a platform majorly owned by China, entering Defence ID, route & date.
Our enemies know where our soldiers are flying.
Attaching screenshots exposing this loophole – it must be patched now. pic.twitter.com/L4SxHRmaCX
— Nishant Pitti (@nishantpitti) May 14, 2025
इस मामले पर मेकमायट्रिप ने जवाब देते हुए कहा कि वे एक जिम्मेदार भारतीय कंपनी हैं, जो 25 सालों से ग्राहकों को सेवा दे रही है और भारतीय कानूनी व डेटा प्राइवेसी नियमों का पूरी तरह पालन करती है। कंपनी ने आरोपों को दुर्भावना से भरा बताया।
MakeMyTrip may dismiss this as a “motivated accusation” but when national security is at stake, silence is not an option.
Board Under Influence
Half of MakeMyTrip’s board – 5 out of 10 directors have direct ties to China, including pivotal appointments by… https://t.co/hLi9KHrKKy pic.twitter.com/MiT4PucSft— Nishant Pitti (@nishantpitti) May 15, 2025
लेकिन पिट्टी ने मेकमायट्रिप के इस जवाब को खारिज करते हुए कहा कि नेशनल सिक्योरिटी के मामले में वे चुप नहीं रहेंगे। उन्होंने मेकमायट्रिप के बोर्ड में चीन के 5 निदेशक होने और ट्रिप डॉट कॉम जैसी चीनी कंपनी से उनकी हायरिंग के स्क्रीनशॉट्स भी शेयर किए। निशांत पिट्टी ने कहा कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जाना चाहिए क्योंकि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला है।