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बालोद, 29 जुलाई 2025 — छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के ग्राम ओरमा से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी नहीं होने से मानसिक रूप से परेशान एक युवक ने गुस्से में भगवान शिव की मूर्ति को खंडित कर तालाब में फेंक दिया। इस घटना से गांव में भारी आक्रोश फैल गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है।
सुबह पूजा करने पहुंचे तो टूटी मिली मूर्ति
घटना का खुलासा तब हुआ जब गांव के लोग सुबह 5 बजे तालाब के पास स्थित शिवलिंग और नंदी की पूजा के लिए पहुंचे। वहां पहुंचते ही उन्होंने देखा कि मंदिर में तोड़फोड़ हुई है और शिवलिंग व नंदी की मूर्ति गायब है। यह देखकर ग्रामीणों में रोष फैल गया और नेमलाल साहू नामक ग्रामीण ने तुरंत बालोद थाना में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
साइबर सेल और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर साइबर सेल और थाना पुलिस की संयुक्त टीम बनाई गई। जांच के दौरान ग्रामीणों से पूछताछ की गई और संदिग्धों की पहचान शुरू हुई। कड़ी पूछताछ में नरेंद्र निषाद उर्फ लल्लू (राज मिस्त्री) ने अपराध कबूल कर लिया।
शराब के नशे में गुस्से में तोड़ी मूर्ति, तालाब में फेंकी
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि 23 जुलाई को वह शराब पीकर घर आया था और घर में आराम कर रहा था। उसी दौरान उसने अपनी और बहन की शादी नहीं होने का दोष भगवान को देते हुए गुस्से में रात 12 बजे मंदिर पहुंचकर शिवलिंग को तोड़ा और उसे तालाब में फेंक दिया। आरोपी ने यह भी स्वीकार किया कि गांव के एक युवक मनोज से पुराने विवाद का बदला लेने के लिए उसने चार साइकिलें भी तालाब में फेंक दीं।