छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में पुलिस ने महिला समेत 9 इंटर स्टेट गांजा तस्करों का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने तस्करों के पास से 175 किलो गांजा जब्त किया है, जिसकी कीमत 35 लाख है। बताया जा रहा है कि तस्करी में पुलिसकर्मी भी शामिल था। पुलिस ने कुल मिलाकर 72 लाख का मशरुका जब्त किया है।
पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल ने बताया कि जूटमिल पुलिस ने एक महिला सहित 5 लोगों को पकड़ा था। इसके बाद रायगढ़ और बिलासपुर पुलिस की 5 अलग-अलग टीम बनाई गई। इस दौरान पुलिस ने ओडिशा के जिला बउत, बिलासपुर के ग्राम पिहरीद, सक्ती जिला के चारपारा में दबिश दी। यहां से 3 गांजा तस्करों को पकड़ा।
पुलिस को पता चला कि सक्ती में पदस्थ पुलिस आरक्षक किशोर साहू गांजा तस्करों की मदद की थी। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया है, उससे पूछताछ की जा रही है। तस्करों से आई-10 कार, सिलेरियो कार और 6 मोबाइल समेत कैश जब्त किया है।
पुलिस ने बताया कि गांजा तस्करों का मुख्य सरगना भागवत साहू है, जो पिछले कई साल से गांजे की तस्करी करता आ रहा था। ओडिशा के छोटे सप्लायर से 4-5 किलो गांजा खरीद कर छत्तीसगढ़ में बेचा करता था। बाद में ओडिशा के एक बड़े गांजा सप्लायर व्योमा उर्फ व्योमकेश से संपर्क होने पर बड़ी मात्रा में गांजा खरीद करता था।
इसके बाद सुनसान जगह पर उस गांजे को अपनी गाड़ी में लोडकर अपनी टीम के आरोपी के घर में गांजा डंप कर देते थे। शुरुआत में 15-20 किलो गांजा निकालकर अलग-अलग प्रदेश में सप्लाई करते थे। इसके बाद डिमांड अनुसार 1 से 2 क्विंटल गांजा की सप्लाई भी करने लगे थे।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी संतराम और भागवत ओडिशा से गांजा खरीदीकर अपने साथियों के साथ रोड क्लियर करते हुए आधे रास्ते तक आते थे, ताकि तस्करों को पुलिस पकड़ न सके। भागवत पिछले कई साल से गांजा तस्करी करते आ रहा था, लेकिन अब तक पुलिस पकड़ में नहीं आया था।
सप्लायर व्योमकेश ने पूछताछ पर जिला बाउत ओडिशा और उसके आसपास के जिलों के जंगलों में गांजे की खेती होती है।गिरोह का मुख्य सरगना सक्ती जिला के ग्राम पिहरीद का रहने वाला भागवत साहू (36), खरसिया का पुरैना निवासी दीपक उर्फ नान्हू भारद्वाज 24 साल और गांजा सप्लायर जिला बाउत ओडिशा के ग्राम गुडपडा निवासी व्योम उर्फ व्योमकेश खटुआ 25 साल को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले एक महिला सहित पांच तस्करों को पकड़ा गया था।