रायगढ़ ,छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में छठ पर्व काफी धूमधाम से मनाया जाता है। शहर में करीब 3-4 छठ घाट केलो तट के किनारे हैं। छठ पूजा के लिए पहले से यहां तैयारियां की जा रही है। निगम द्वारा छठ घाटों में साफ सफाई के साथ ही बेहतर व्यवस्था बनाने को लेकर काम किया जा रहा है।
जूटमिल छठ घाट समिति के अध्यक्ष मनीष सिंह ने बताया कि जूटमिल क्षेत्र का छठ घाट शहर का सबसे बड़ा घाट है और यहां सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। कल से नहाए खाए से छठ पूर्जा की शुरूआत होगी। जिसमें साफ कपड़ा पहनकर व लौकी सब्जी औन बिना लहसून प्याज का भोजन करते हैं। दूसरे दिन महिलाएं खरना में सुबह से निर्जला उपवास रखती हैं और शाम को अलग चुल्हा में खीर व रोटी बनाकर खाते हैं। इसके बाद अगले दिन भर निर्जला उपवास रहकर संध्या को सूर्य को अर्घ्य देती हैं। उसके अगली सुबह श्रद्धालुओं के द्वारा उगते सूर्य को अर्घ्य देकर विधि विधान के साथ पूजा अर्चना किया जाता है।
रायगढ़ शहर की बात करें तो शहर में मुख्य छठ घाट जूटमिल क्षेत्र में है इसके अलावा खर्राघाट, केलोनदी तट किनारे छट घाट है। किरोड़ीमल नगर में भी बिहार व उत्तर प्रदेश से आकर बसने वालों की संख्या भी अधिक है। ऐसे में किरोडीमल नगर क्षेत्र में भी छठ का पर्व पूरी आस्था के साथ मनाया जाता है यहां छठ घाठ में भी काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं।
सोमवार को महादेव घाट छठ पूजा समिति सर्किट हाउस का गठन किया गया। नव नियुक्त समिती अध्यक्ष धनविजय सिंह ने बताया की अन्य पदाधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है। उन्होंने बताया कि समिति का प्रमुख उद्देश्य छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं को सुविधाजनक और सुरक्षित वातावरण प्रदान करना है। समिति ने घाट पर साफ-सफाई, लाइटिंग, और पूजा के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं पर विस्तृत चर्चा की। समिति ने इस वर्ष भी विशेष प्रसाद, ठेकुवा प्रसाद, फल, चाय की व्यवस्था करने का निर्णय लिया है।