Friday, February 7, 2025

CG NEWS: जिनको दिखाई देता था…उनका भी कर दिया ऑपरेशन

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रायपुर .दंतेवाड़ामेरी मां को गांव की मितानिन अपने साथ लेकर गई। हम घर वालों को कुछ नहीं बताया गया। आंखों की सर्जरी करवाकर मां को घर में छोड़ गए। दो दिन बाद मां की तबीयत बिगड़ गई। आंखों में इन्फेक्शन के कारण दिखाई देना बंद हो गया। कमाने वाला अपने परिवार में अकेला मैं ही हूं, त्योहार सिर पर है हम यहां पड़े हैं। ये बातें दंतेवाड़ा जिले के बींजाम गांव के अजय ने कही है।

दंतेवाड़ा की 59 साल की सुको बाई की आंखों का जबरन ऑपरेशन कर दिया गया। उनके बेटे अजय ने बताया कि सहमति छोड़िए ऑपरेशन की खबर तक नहीं दी गई। इन्फेक्शन के दर्द से मां की आंखें सूज गई हैं। अंबेडकर अस्पताल के नेत्र विभाग के आइसोलेटेड वार्ड में हैं। सुको बाई के अलावा ऐसे ही 12 मरीज यहां हैं।

अजय ने बताया कि उसकी मां सुको बाई ने घर में कभी किसी को नहीं बताया कि उसे देखने में कोई परेशानी हो रही है। कभी-कभी आंख में कुछ चला जाता था और दर्द होता था, बस इतना ही, लेकिन घर में मेरे भाई और भाभी भी रहते हैं। गांव की मितानिन ने मेरी मां को अस्पताल ले जाकर बिना किसी को बताए उसका ऑपरेशन करवा दिया। अब हम परेशान हैं। कम से कम उसे हमें बताना तो चाहिए था।

वहीं दंतेवाड़ा जिले के बींजाम की रहने वाली 65 साल की हिरदई का भी मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया है। ऑपरेशन के बाद इनके आंखों में सूजन आ गई है। आंख से अब कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। आनन-फानन में परिजन इन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जिसके बाद इन्हें रायपुर रेफर कर दिया गया है।

हालांकि रायपुर रेफर करने से पहले हिरदई ने बातचीत की उन्होंने कहा कि 18 अक्टूबर को मितानिन मुझे अस्पताल लेकर आई थी। यहां लाने से पहले मुझे बताया नहीं गया था कि आंखों का ऑपरेशन किया जाएगा। मेरे साथ मेरे परिवार के कोई भी सदस्य नहीं थे। जब अस्पताल लाया गया तो दोपहर के वक्त मुझे ऑपरेशन थियेटर में लेकर गए, जिसके बाद ऑपरेशन किया गया।

दूसरे दिन डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया था। जब घर गई तो आंखों में दर्द होना शुरू हुआ। कुछ दिन के बाद सूजन आ गई। आंख पूरी तरह से बंद हो गई और दिखना बंद हो गया, जिसके बाद बेटे ने अस्पताल के डॉक्टरों से संपर्क किया। फिर मुझे अस्पताल लाया गया है। हिरदई ने बताया कि ऑपरेशन से पहले उन्हें दिखाई देता था, लेकिन ऑपरेशन के बाद से उन्हें एक आंख से दिखना बंद हो गया है।

हिरदई के बेटे पतिराम नाग ने कहा कि, ऑपरेशन से पहले मेरी मां बिल्कुल ठीक थी। ऑपरेशन के बाद अब इन्हें दिखाई नहीं दे रहा है। गांव की मितानिन इन्हें अस्पताल लेकर आईं थी, जिसकी जानकारी हमें भी नहीं थी। अब रायपुर के अस्पताल लेकर जा रहे हैं। डॉक्टरों से लापरवाही हुई है, जिसका खामियाजा अब हमें उठाना पड़ रहा है।

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