सीडी ने तो मुख्यमंत्री बना दिया, क्या अब महादेव की बारी?

Must Read

सीडी ने तो मुख्यमंत्री बना दिया, क्या अब महादेव की बारी?

रायपुर – छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर राजनीतिक पार्टी के नेता एक दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। खासकर भाजपा और कांग्रेस दोनों का ही बोलबाला सबसे ज्यादा देखने को मिल रहा है जहां ईडी लगातार छापेमार कर कांग्रेस के 5 साल के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार का पोल खोल रही है, वहीं कांग्रेस ईडी को भाजपा द्वारा तैयार की गई बी टीम कह रही है जो उसे चुनाव में मदद कर रही है।

छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले बीजेपी नेता की दिनदहाड़े हत्या…

इसी बीच छत्तीसगढ़ के राजनीति में एक अलग ही भूचाल पैदा हो गया है जिसका नाम है महादेव। देवाधि देव महादेव के नाम से छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर से एक बड़े पैमाने पर सट्टा एप का संचालन किया जा रहा है। सट्टा एप की आड़ में करोड़ों रुपए की हेरा फेरी होने की गंभीर आरोप छत्तीसगढ़ सरकार पर लग रही है।

यही नहीं ईडी द्वारा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इस महादेव एप की तार से जोड़ दिया है और बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि महादेव सट्टा एप से जुड़े लोग भूपेश बघेल को 500 करोड़ रुपए से भी अधिक रकम दिए हैं। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है यह तो अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है लेकिन यह गंभीर आरोप जरूर लगाया गया है।

महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से आरक्षक का क्या है संबंध?

वैसे तो छत्तीसगढ़ के 2018 विधानसभा चुनाव में से ठीक पहले सीडी कांड फेमस हुआ था जिसमें भूपेश बघेल को जेल भी जाना पड़ा था। हालांकि जेल से रिहा होने के बाद छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव हुआ तो कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ 15 साल बाद सरकार में वापसी की। चुनाव जीतने के बाद सभी विधायकों ने भूपेश बघेल को विधायक दल का नेता चुना और उन्हें मुख्यमंत्री बनाकर ताजपोशी की गई।

छत्तीसगढ़ में एक बार फिर किसकी सीडी? चुनाव के पहले इस सीडी का क्या है सच?

छत्तीसगढ़ में पिछले 2 साल से ईडी की कार्रवाई चल रही है जिसमें ईडी की टीम को बड़ी सफलता भी मिली है। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में पदस्थ पूर्व कलेक्टर सहित कई अधिकारी अभी ईडी की गिरफ्त में है और आगे कार्यवाई जारी है।

छत्तीसगढ़ में अभी सबसे ज्यादा पॉपुलर हाई प्रोफाइल मामला महादेव सट्टा एप है जिसकी मुख्य नेटवर्किंग छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर से जुड़ी हुई है। इस एप के प्रमुख संचालक जो की भिलाई नगर में रहते हैं के द्वारा बड़े पैमाने पर सट्टे की आड़ में कोयला लेवी के पैसे को खपाने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर अभी भी फरार है।

ईडी की टीम ने एक बार फिर महादेव सट्टा एप से जुड़े कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें एक ड्राइवर के पास से नगद 5 करोड़ रुपए से भी ज्यादा रकम जप्त किया है। इस मामले में भिलाई नगर स्थित थाने के कांस्टेबल भीम सिंह यादव को भी गिरफ्तार किया है। ईडी ने इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ के बाद मुख्यमंत्री के ऊपर 500 करोड़ रुपए से भी अधिक रुपए देने का भी आरोप लगाया है। जानकारी के मुताबिक आरक्षक भीम सिंह यादव महादेव सट्टा एप के संचालक सौरव चंद्राकर का दोस्त है। आरक्षक भीम सिंह यादव और उसका भाई सहदेव दोनों ही सट्टा एप से जुड़े हुए हैं जिसके खिलाफ 2022 में तत्कालीन एसपी ने कार्रवाई भी की थी। लेकिन बाद में जांच नहीं हो सका।

छत्तीसगढ़ में प्रथम चरण का मतदान 7 नवंबर और द्वितीय चरण का मतदान 17 को को होना है। लेकिन इसी बीच महादेव सट्टा एप जैसा हाई प्रोफाइल मामला भूपेश सरकार को चारों तरफ से घेर रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि क्या भूपेश बघेल की सरकार बच पाएगी या नहीं? और बच गई तो क्या भूपेश बघेल सीडी कांड की तरह पार्टी उन्हें दोबारा छत्तीसगढ़ का मुखिया बनाएगी।

Latest News

*नेशनल लोक अदालत: वृद्ध महिला और बेसहारा परिवार को मिला न्याय, लंबित प्रकरणों का सफल निपटारा*

कोरबा। 21 सितंबर 2024 को आयोजित हाइब्रिड नेशनल लोक अदालत में कई वर्षों से लंबित मामलों का सफल निपटारा...

More Articles Like This