Bodies of 34 people recovered in temple accident, NDRF, SDRF and army personnel engaged in rescue
एमपी। मध्य प्रदेश के इंदौर में रामनवमी पर बेलेश्वर मंदिर में हुए हादसे में 34 लोगों की मौत हो चुकी है। घटनास्थल से रेस्क्यू किए गए घायल नागरिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऐसे में अब हादसे का शिकार हुए लोगों की आपबीती सामने आई है। घायलों ने बताया है कि पूरा हादसा इतना तीव्र था की संभलने का मौका ही नहीं मिला।
इंदौर संभाग के कमिश्नर पवन शर्मा ने बताया कि अबतक 34 लोगों के शव बरामद हो चुके हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में 18 लोगों को बचाया गया, जिनमें से 16 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. अभी भी दो लोग लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है
इस ऑपरेशन में एनडीआरएफ के 15, एसडीआरएफ के 50 और आर्मी के 75 जवानों की टीम जुटी है. मंदिर में हादसे के वक्त मौजूद पंकज पटेल ने बताया,’मंदिर में हवन चल रहा था. माहौल एकदम भक्तिमय था. हवन पूरा होने के बाद सभी पूर्णाहुति के लिए खड़े हुए. धीरे-धीरे लोग हवन स्थल की तरफ बढ़े. पूर्णाहुति छोड़ी जाने ही वाली थी कि अचानक स्लेब नीचे धंस गया और सब उसमें गिर गए. मंदिर में चीख पुकार मच गई.’
पंकज ने बताया कि उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. मंदिर के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि पहले मंदिर छोटा था. बाद में उसके विस्तार का काम हुआ. इसके तहत ही करीब 15-20 साल पहले स्लेब डाले गए.
हादसे में घायल एक महिला ने बताया कि हमारे परिवार के 6 लोग मंदिर गए हुए थे. चार आ गए, जिसमें हमारे परिवार की एक महिला एक्सपायर हो गई हैं. एक महिला और 2 साल का बच्चा बब्बू अब तक लौटकर नहीं आए हैं.