Big blow to NDA on Manipur violence, this party split
इम्फाल: मणिपुर में कई महीनो से हिंसा जारी है। लगातार हिंसा और इनसे होने वाली मौतों को लेकर केंद्र और राज्य दोनों ही जगहों पर भाजपा सरकार विपक्ष के निशाने पर है। (NDA Alliance in Manipur) वही इस पूरे हिंसा और गतिरोध के बीच भाजपा को राज्य में बड़ा झटका लगा है। हिंसा के विरोध में एक सहयोगी पार्टी ने गठबंधन से अलग होने का फैसला कर लिया है।
दरअसल कुकी पीपुल्स एलायंस (केपीए) के पास दो विधायक हैं। पार्टी ने रविवार (6 अगस्त) को राज्यपाल अनुसुइया उइके को लिखे एक पत्र में समर्थन वापस लेने की घोषणा की। केपीए प्रमुख टोंगमांग हाओकिप ने पत्र में कहा कि मौजूदा टकराव पर लंबा विचार करने के बाद मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली मणिपुर की मौजूदा सरकार के लिए समर्थन जारी रखने का अब कोई मतलब नहीं है।
मणिपुर में बीती तीन मई को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतई समुदाय की मांग के विरोध में आदिवासी एकजुटता मार्च के हिंसा भड़क गई थी. बीते तीन महीनों में राज्य में जातीय हिंसा में 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वही इस पूरे मसले की गूँज सड़क से संसद तक सुनाई दे रही है। (NDA Alliance in Manipur) अलग अलग राज्यों में केंद्र के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं तो वही संसद में भी विपक्ष प्रधानमंत्री के जवाब की मांग करते हुये एनडीए के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है।