महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति ने बागी नेताओं के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। ठाणे जिले के कल्याण से शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ समेत महायुति के 9 अन्य नेताओं को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में सभी के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
शिवसेना के कल्याण जिला प्रमुख गोपाल लांडगे ने बुधवार को एक बयान में बताया, कि गायकवाड़ समेत गठबंधन के सदस्य पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे और मौजूदा चुनावों में पार्टी के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे थे। बता दें कि महेश गायकवाड़ इस साल फरवरी में चर्चा में आए थे, जब बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ ने पुरानी रंजिश के चलते उल्हासनगर शहर के एक थाने के अंदर उन पर गोली चला दी थी।
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति में शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी शामिल हैं। शिवसेना (शिंदे गुट) से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी महेश गायकवाड़ ने कल्याण पूर्व विधानसभा क्षेत्र से अपनी उम्मीदवारी दर्ज की है। ऐसे में इस बार चुनाव परिणामों में अप्रत्याशित मोड़ आ सकता है। बीजेपी, शिवसेना (ठाकरे गुट), वंचित बहुजन आघाडी और निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है।
उन्होंने नामांकन के बाद महायुति उम्मीदवार पर निशाना साधते हुए कहा था कि चुनाव जनता का होता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा, “अगर सही उम्मीदवार को टिकट दिया जाता, तो उन्हें बगावत करके चुनाव लड़ने का कोई शौक नहीं था. लेकिन एक भ्रष्ट नेता को टिकट दिया गया है।
6 नवंबर को बीजेपी ने भी अपने बागी नेताओं के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 40 नेताओं को पार्टी से निकाल दिया था। ये कार्रवाई 37 अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों के 40 कार्यकर्ताओं/नेताओं के खिलाफ की गई है। इनमें से अधिकतर टिकट न मिलने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं या फिर बागियों की मदद कर रहे हैं।
बता दें कि महाराष्ट्र में निर्वाचन आयोग की ओर से विधानसभा चुनाव के कार्यक्रमों की घोषणा हो चुकी है। राज्य में विधानसभा चुनाव की सभी 288 सीटों पर एक ही फेज में 20 नवंबर को होंगे। वहीं नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है।