वैदिक पंचांग के अनुसार, 10 अप्रैल को प्रदोष व्रत है। इस शुभ अवसर पर देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है। गुरुवार के दिन पड़ने के चलते यह गुरु प्रदोष व्रत कहलाएगा। गुरु प्रदोष व्रत करने से शत्रुओं पर विजय मिलती है। साथ ही महादेव की कृपा साधक पर बरसती है। उनकी कृपा से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।
ज्योतिषियों की मानें तो गुरु प्रदोष व्रत के दिन से कई राशि के जातकों के अच्छे दिन शुरू होंगे। इस दिन देवगुरु बृहस्पति नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। गुरु की चाल (Guru Gochar 2025) बदलने से दो राशि के जातकों को सबसे अधिक लाभ होगा। इन राशियों की बिगड़ी किस्मत चमक उठेगी। आइए, इन राशियों के बारे में जानते हैं-
गुरु गोचर
ज्योतिषियों की मानें तो देवगुरु बृहस्पति 10 अप्रैल को नक्षत्र परिवर्तन करेंगे। 10 अप्रैल को देवगुरु बृहस्पति शाम 07 बजकर 51 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र से निकलकर मृगशिरा नक्षत्र में गोचर करेंगे। देवगुरु बृहस्पति के नक्षत्र चरण परिवर्तन से दो राशि के जातकों को लाभ होगा।