रामनवमी पर अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं से सत्तू लाने की अपील
उत्तरप्रदेश- श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में 22 जनवरी को हुई प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है। रोजाना 1 से डेढ़ लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर रहे हैं। लेकिन राम नवमी के विशेष मौके पर श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी होने की संभावना है।
17 अप्रैल को चैत्र शुक्ल नवमी पर प्रभु राम का जन्मोत्सव मनाया जाता है, इसलिए इसे राम नवमी कहा जाता है। राम मंदिर के उद्घाटन के बाद यह पहली राम नवमी है और इस मौके पर राम भक्त अपने आराध्य के दर्शन करने के लिए राम मंदिर आने को बेताब हैं। ऐसे में राम नवमी के मौके पर करीब 3 दिन तक अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहेगी। प्रशासन ने कई दिन पहले से ही श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं, फिर भी अप्रैल में गर्मी की समस्या चुनौतियों को बढ़ा सकती है। मंदिर ट्रस्ट भी राम नवमी पर आने वाली राम भक्तों की भीड़ को लेकर व्यवस्थाओं में लगी हुई है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा है कि रामनवमी के लिए अयोध्या तैयार है। संभावना है कि राम नवमी के दिन 2 लाख से अधिक श्रद्धालु अयोध्या आ सकते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा और आसानी से रामलला के दर्शन कर पाने की व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
चंपत राय ने कहा है कि भारी संख्या में अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गर्मी बड़ी चुनौती रहेगी। पानी तो हमारे पास पर्याप्त मात्रा में मौजूद है लेकिन गर्मी के कारण श्रद्धालुओं के शरीर में पोषक तत्वों की कमी ना हो इसलिए वे अपने साथ सत्तू जरूर लेकर आएं और इसका सेवन करें। इससे उन्हें गर्मी से राहत मिलेगी। साथ ही सभी श्रद्धालु अपने ग्रुप के साथ ही रहें। चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर में होली के मौके पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थे लेकिन अब तक मंदिर में भगदड़ जैसी कोई भी स्थिति या अप्रिय घटना देखने को नहीं मिली है। उम्मीद है कि भविष्य में भी इस तरह की कोई घटना नहीं होगी।