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जशपुर, 4 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले से मानवता और सेवा का एक प्रेरणादायक उदाहरण सामने आया है। मनोरा विकासखंड के सतालूटोली गांव में एक मितानिन ने अपनी पीठ पर प्रसूता को लादकर नदी पार की और सुरक्षित रूप से अस्पताल पहुंचाया। मितानिन बिफनी बाई ने यह साहसी कदम तब उठाया जब भारी बारिश के चलते गांव की पुलिया बह चुकी थी और एम्बुलेंस वहां तक नहीं पहुंच पा रही थी।
जानकारी के मुताबिक, सतालूटोली गांव निवासी संगीता बाई को 1 जुलाई की रात प्रसव पीड़ा शुरू हुई। लगातार बारिश के चलते रास्ता अवरुद्ध हो गया था। एम्बुलेंस गांव तक नहीं आ सकी। इस बीच ग्राम पंचायत सोनक्यारी की मितानिन बिफनी बाई को सूचना मिली। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए संगीता बाई का घर पर ही सुरक्षित प्रसव कराया।
अगले दिन बिफनी बाई ने नवजात के साथ संगीता बाई को अपनी पीठ पर लादा, एक अन्य महिला ने नवजात को हाथ में पकड़ा और तीसरी महिला के सहयोग से तीनों महिलाओं ने नदी पार की। इसके बाद वे कच्चे रास्तों से होते हुए करीब डेढ़ किलोमीटर दूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सोनक्यारी पहुंचे।
इस साहसिक कार्य का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें बिफनी बाई की सेवा भावना और समर्पण को लोग सलाम कर रहे हैं। नवजात और नवप्रसूता दोनों सुरक्षित हैं और फिलहाल स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की निगरानी में हैं।