Saturday, August 2, 2025

भारत के आत्मनिर्भर फैसलों से असहज अमेरिका, वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने क्या कहा – जानिए

Must Read
Getting your Trinity Audio player ready...

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति के कारण दुनियाभर में विवाद गहराता जा रहा है, लेकिन इसी बीच भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत जारी है। व्यापार के लिहाज से दोनों देश एक-दूसरे के लिए रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण हैं। अमेरिका के वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने उम्मीद जताई है कि भारत और अमेरिका जल्द ही इस व्यापार समझौते को अंतिम रूप दे सकते हैं।

वाशिंगटन में आयोजित अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी फोरम के नेतृत्व शिखर सम्मेलन में लुटनिक ने भारत के स्वतंत्र फैसलों पर अमेरिका की प्रतिक्रिया साझा की। उन्होंने कहा कि भारत ने कुछ ऐसे निर्णय लिए हैं, जो अमेरिका को असहज करते हैं—जैसे रूस से सैन्य उपकरणों की खरीद। लुटनिक ने स्पष्ट किया, “यदि भारत रूस से हथियार खरीदता है, तो यह अमेरिका को नाराज करने वाला कदम है।” हालांकि उन्होंने यह भी जोड़ा कि भारत अब अमेरिका से रक्षा उपकरण खरीदने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, जिससे दोनों देशों के रिश्ते बेहतर हो सकते हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत का ब्रिक्स जैसे समूहों का हिस्सा होना इस रिश्ते को एक अलग स्वरूप देता है, लेकिन अमेरिका-भारत के बीच खुले संवाद और समाधान से रिश्तों को सकारात्मक दिशा दी जा सकती है।


वहीं, व्यापार समझौते को लेकर भारत का रुख भी स्पष्ट है। डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका ने कई देशों पर अलग-अलग टैरिफ लगाए, जिससे वैश्विक स्तर पर ट्रेड वॉर की स्थिति बन गई। भारत चाहता है कि अमेरिका द्वारा लगाए गए अतिरिक्त 26 प्रतिशत टैरिफ से उसे पूरी तरह छूट दी जाए। हालांकि ट्रंप ने पहले दावा किया था कि भारत ने अमेरिका को टैरिफ-मुक्त व्यापार समझौते की पेशकश की थी, जिसे बाद में भारत ने खारिज कर दिया।

अब दोनों देशों की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि यह व्यापार समझौता कब तक और किस शर्तों पर पूरा होता है।

Latest News

प्लेसमेंट कैम्प में 38 अभ्यर्थियों का प्रारंभिक चयन, निजी कंपनियों ने 230 पदों के लिए लिया साक्षात्कार

जिला रोजगार एवं स्वरोजगार मार्गदर्शन केंद्र गौरेला के सहयोग से 30 जुलाई को आयोजित प्लेसमेंट कैम्प में कुल 38...

More Articles Like This