अजमेर सेक्स स्कैंडल का आखिरी आरोपी अब भी फरार:पकड़ा गया तो सजा दिलाने में कई साल लगेंगे, ब्लैकमेल के लिए बनाया वीडियो सबसे बड़ा सबूत

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देश के सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल (अजमेर ब्लैकमेल कांड) में 20 अगस्त को 6 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इस मामले में 18 आरोपी थे। 16 को सजा सुनाई जा चुकी है। एक ने सुसाइड कर लिया।

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केस में एक आरोपी अलमास महाराज अब भी गिरफ्तार नहीं हुआ है। वह फरार है। उसके खिलाफ पीड़ितों के साथ अश्लील फोटो-वीडियो के सबूत हैं। पुलिस 32 साल से उसे ढूंढ रही है। विदेश भागने के संदेह के कारण इंटरपोल ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी कर दिया।

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पुलिस के पास उसकी मात्र एक फोटो है। वह भी 32 साल पुरानी। ऐसे में उसे ढूंढना किसी चुनौती से कम नहीं है।

अजमेर का मूल निवासी अलमास महाराज उस समय अमेरिका में नौकरी करता था। उसका सबसे नजदीकी दोस्त नफीस चिश्ती था। चिश्ती उस समय यूथ कांग्रेस का वाइस प्रेसिडेंट था। अब अलमास महाराज की उम्र करीब 55 से 60 साल होगी। अगर अलमास महाराज पुलिस के सामने भी आ जाए तो पहचाना मुश्किल होगा। पहचान पत्र की जांच या DNA जांच के बिना उसकी पहचान मुश्किल है।

पीड़ितों का शोषण करने अमेरिका से आते थे
मामले में पहली शिकायत 30 मई 1992 को दर्ज हुई थी। पीड़ितों का शोषण 1992 से कई साल पहले ही शुरू हो गया था। उस दौरान सैयद जमीर हुसैन और अलमास महाराज अमेरिका में रहते थे। जमीर के पास अमेरिका की नागरिकता थी। दोनों ही उस दौरान कई बार अमेरिका से अजमेर आए। इस दौरान दोनों ने गैंग के साथ मिलकर पीड़ितों का शोषण किया था।

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