कतर से रिहाई के बाद नौसनिकों की हुई घर वापसी, केंद्र सरकार को जताया आभार
नई दिल्ली- कतर की जेल में बंद पूर्व भारतीय नौसैनिकों को 18 महीने बाद जेल से रिहा कर दिया गया है। ऐसे में कतर में कथित जासूसी समेत अन्य आरोपों में बंद भारत के पूर्व नौ सैनिकों की वतन वापसी पर झुंझुनूं के पूर्व सैनिक भी खुश है। आजही आठ पूर्व नौ सैनिक भारत लौटे हैं। ये वो पूर्व नौसैनिक हैं, जिन्हें कतर में मृत्युदंड जैसी सजा दी गई थी लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के प्रयासों से पहले मृत्युदंड को आजीवन कारावास में बदली। अब सभी आठ सैनिकों को रिहा कर वापस वतन भेज दिया गया है। अपने घर वापसी होने पर सभी सैनिकों के परिजनों ने भी खुशी जाहिर की है।
इस मौके पर झुंझुनूं के कालीपहाड़ी गांव के पूर्व सैनिकों ने केंद्र सरकार का आभार जताया है। पूर्व सैनिकों ने कहा कि यह खुशी सिर्फ आठ परिवारों के लिए हर सैनिक परिवार के लिए है क्योंकि कतर से वापिस सकुशल लौटना बिना केंद्र सरकार के प्रयासों से संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि सेना के आधुनिकीकरण के लिए केंद्र सरकार काफी काम कर रही है। वतन वापसी की यह कोशिश भी सैनिकों में आत्मविश्वास पैदा करेगी।
इसको लेकर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि भारत सरकार उन आठ भारतीय नागरिकों की रिहाई का स्वागत करती है, जो दाहरा ग्लोबल कंपनी के लिए काम करते थे और कतर में हिरासत में थे। उन्होंने कहा कि आठ में से सात लोग वतन वापसी कर चुके हैं।