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मुंबई, 2 अगस्त 2025। मालेगांव बम विस्फोट मामले में विशेष एनआईए अदालत से बरी होने के बाद पूर्व भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बड़ा और चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने दावा किया है कि जांच एजेंसियों ने उन्हें प्रताड़ित कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और कई अन्य प्रमुख नेताओं के नाम लेने का दबाव डाला था।
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साध्वी प्रज्ञा शनिवार को अपनी जमानत से जुड़ी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए मुंबई की सत्र अदालत में पेश हुई थीं। अदालत परिसर के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने यह सनसनीखेज आरोप लगाए।
क्या कहा साध्वी प्रज्ञा ने?
साध्वी ने कहा, “मुझे प्रताड़ित किया गया, पीटा गया और बेहोश होने तक यातना दी गई। मुझसे कहा गया कि अगर मैं प्रधानमंत्री मोदी, योगी आदित्यनाथ, भागवत जी और अन्य का नाम नहीं लूंगी तो मुझे ऐसे ही प्रताड़ित किया जाएगा।”
उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों का उद्देश्य उन्हें झूठ बोलने के लिए मजबूर करना था, लेकिन उन्होंने किसी का भी नाम नहीं लिया क्योंकि वह झूठ नहीं बोलना चाहती थीं।
फैसले में नहीं मिला उल्लेख
गौरतलब है कि एनआईए की विशेष अदालत ने हाल ही में मालेगांव बम विस्फोट मामले में साध्वी प्रज्ञा समेत सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया है। अदालत के 1036 पन्नों के विस्तृत फैसले में उनके प्रताड़ना संबंधी किसी भी आरोप का उल्लेख नहीं है। विशेष न्यायाधीश ए.के. लाहोटी ने भी अपने फैसले में इन आरोपों को खारिज किया है।