रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम, जो आईपीएल की पहली ट्रॉफी का लंबे समय से इंतजार कर रही है, इस बार 18वें सीजन में अपनी किस्मत आजमाने को तैयार है। इस सीजन टीम ने मैदान पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है, जहां बल्लेबाजों के साथ-साथ गेंदबाजों ने भी अहम भूमिका निभाई है। RCB ने लीग स्टेज के दौरान कुल सात मैचों में जीत हासिल की, जिनमें से सभी मुकाबले उन्होंने अपने घर से बाहर खेले। इस प्रदर्शन के दम पर टीम ने प्वाइंट्स टेबल पर दूसरा स्थान हासिल किया। अब क्वालीफायर-1 में RCB का मुकाबला पंजाब किंग्स से होगा, जहां एक ऐसा संयोग भी बना है जो टीम के फाइनल में पहुंचने के रास्ते खोल सकता है।
प्लेऑफ में नंबर-2 पर रहने वाली टीम का फाइनल में पहुंचना
आईपीएल की शुरुआत 2008 में हुई थी, तब लीग स्टेज में टॉप-4 टीमें सेमीफाइनल खेलती थीं। लेकिन 2011 से प्लेऑफ नियम लागू हुआ, जिसमें टॉप-2 टीमें फाइनल में पहुंचने का एक अतिरिक्त मौका पाती हैं। इस सिस्टम में क्वालीफायर-1, एलिमिनेटर और क्वालीफायर-2 मैच खेले जाते हैं। 2011 से 2024 तक के आईपीएल सीजन में लीग स्टेज में प्वाइंट्स टेबल पर नंबर-2 पर रहने वाली टीम ने हर बार फाइनल में अपनी जगह पक्की की है।
यदि यह संयोग इस बार भी सही साबित होता है, तो RCB के फाइनल में पहुंचने की उम्मीद मजबूत हो जाएगी। गौरतलब है कि RCB ने पिछली बार 2016 में फाइनल खेला था, जब उन्होंने लीग स्टेज का अंत भी दूसरे नंबर पर किया था।
नंबर-2 पर रहने वाली टीमों का ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड
2011 से अब तक, लीग स्टेज में दूसरे नंबर पर रहने वाली टीम ने आठ बार ट्रॉफी जीती है। वहीं पहले नंबर पर रहने वाली टीम ने पांच बार और तीसरे नंबर पर रहने वाली टीम ने एक बार ही ट्रॉफी अपने नाम की है। इसके अलावा चौथे नंबर पर रहने वाली टीम ने अब तक एक भी बार ट्रॉफी नहीं जीती है।
इस लिहाज से देखें तो RCB के लिए इस बार फाइनल में जगह बनाना और ट्रॉफी जीतना कोई असंभव सपना नहीं लग रहा।