कोरबा। रामपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम रामपुर में पदस्थ हल्का पटवारी ममता सिंह पर फर्जी गिरदावरी करने और धान कोचियों से साठगांठ के गंभीर आरोप लगे हैं। जानकारी के अनुसार, पटवारी ने टिकरा जमीन पर धान की फसल की गिरदावरी दर्ज कर दी है, जबकि मौके पर कोई धान की फसल नहीं ली गई है। यह मामला खसरा नंबर 751/3, 840, 848, 844, 867, 820, और 526/1 में कुल 5.7 हेक्टेयर रकबे का है।
ग्रामवासियों का आरोप है कि ममता सिंह ने धान कोचियों से मोटी रकम लेकर इस अवैध कार्य को अंजाम दिया है। वहीं, प्रदेश भर में पटवारी संघ द्वारा ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार किया जा रहा है, लेकिन इस पटवारी ने नियमों की अनदेखी कर शासन को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है।
शासन-प्रशासन को नुकसान
पटवारी द्वारा अवैध रूप से फसल प्रविष्टि करने के कारण शासन को राजस्व का नुकसान हो रहा है। एक तरफ आम लोग पटवारी संबंधी ऑनलाइन काम के लिए भटक रहे हैं, तो दूसरी तरफ यह पटवारी खुलेआम नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बिना फसल के ही रकबे को गिरदावरी में दर्ज कर रही है।
पहले भी लग चुके हैं आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, ममता सिंह पर पहले भी इसी तरह के आरोप लग चुके हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि पटवारी द्वारा धान कोचियों से सांठगांठ कर फर्जी गिरदावरी करने का यह कोई पहला मामला नहीं है।
जांच की मांग
ग्रामवासियों ने इस मामले में उच्च अधिकारियों से शिकायत की है और फर्जी गिरदावरी की जांच की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे भ्रष्टाचार को रोकने के लिए दोषी पटवारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रभावित किसानों में आक्रोश
इस घटना के बाद प्रभावित किसानों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि इस तरह के भ्रष्टाचार से न केवल शासन की योजनाओं को धक्का पहुंचता है, बल्कि आम किसानों को भी नुकसान होता है।


