टाइटेनिक का मलबा देखने समुद्र में उतरी पनडुब्बी से नहीं हो पा रहा संपर्क, 5 लोगों की जान खतरे में

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टाइटेनिक का मलबा देखने समुद्र में उतरी पनडुब्बी से नहीं हो पा रहा संपर्क, 5 लोगों की जान खतरे में

बीते रविवार को दुनिया के सबसे चर्चित जहाज टाइटैनिक का मलबा दिखाने वाली पनडुब्बी टाइटन समुद्र की गहराई में लापता हो गई। पनडुब्बी में पांच अरबपति सवार थे जिनकी तलाश जोर-शोर से जारी है। कहा जा रहा है कि इस पनडुब्बी में महज कुछ घंटों की ही ऑक्सीजन बची है।

पनडुब्बी को जहाज पोलर प्रिंस ने रविवार को समुद्र में उतारा था। लेकिन एक घंटा 45 मिनट बाद ही जहाज से उसका संपर्क टूट गया। पनडुब्बी अमेरिकी तट से 900 नॉटिकल माइल्स दूर Cape Cod के पूर्व में लापता हुई। रविवार को पनडुब्बी के कमांड शिप पोलर प्रिंस ने अमेरिकी तट रक्षक बलों को बताया गया कि उनका संपर्क पनडुब्बी से टूट गया है। इसके बाद अमेरिका ने पनडुब्बी की खोज के लिए एक बड़ा ऑपरेशन शुरू किया है जो अब तक जारी है।

ओशनगेट के सीईओ के अलावा टाइटन पनडुब्बी में ब्रिटेन के बिजनेसमैन हमीश हार्डिंग, फ्रांस के डाइवर पॉल हेनरी नार्जियोलेट, पाकिस्तान के अरबपति शहजादा दाउद और उनके बेटे सुलेबान दाउद सवार हैं। बीतते समय के साथ पनडुब्बी में सवार लोगों के बचने की उम्मीदें भी धुंधली होती जा रही है। टाइटन एक छोटी कैप्सूल के आकार की पनडुब्बी है जिसकी अधिकतम क्षमता पांच लोगों की है।जब यह गायब हुई तब इसमें पांच लोग सवार थे।

पनडुब्बी 6.7 मीटर लंबी, 2.8 मीटर चौड़ी और 2.5 मीटर ऊंची है। इसमें 96 घंटे की ऑक्सीजन होती है। पनडुब्बी में बैठने के लिए कोई सीट नहीं है बल्कि एक सपाट फर्श है जिस पर पांच लोग बैठ सकते हैं। 21 फीट लंबी पनडुब्बी के अंदर लोगों के पैर पसारने तक की जगह नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि पनडुब्बी में सवार लोगों के पास सीमित मात्रा में खाना और पानी था। इसके अलावा उसमें बाहर देखने के लिए महज 21 इंच व्यास की एक खिड़की है। टाइटैनिक तक पहुंचकर वापस आने में आठ घंटे का समय लगता है। टाइटैनिक का मलबा 12,500 फीट की गहराई में है जहां तक जाने के लिए दो घंटे, टाइटैनिक को देखने के लिए चार घंटे और वहां से वापस आने में दो घंटे लगते हैं।

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