घरघोडा। महाजेंको कंपनी की सर्वेक्षण बैठक को लेकर घरघोडा एसडीएम ने पूर्व में कुछ चुनिंदा लोगो को बुलाया गया था परंतु अधिक संख्या में किसानों के पहुँचने के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ गया। बैठक के लिए पहुँचे कुछ ग्रामीणों को भीषण गर्मी में पानी और बैठने की व्यवस्था तक नही दी गई थी, जिसे लेकर किसानों में आक्रोश ब्याप्त हो गया है। अगली बैठक के लिए भीषण गर्मी में 9 जून की तिथि निर्धारित किया गया था।
परन्तु सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार घरघोडा एसडीएम द्वारा बैठक को अपरिहार्य कारणों से स्थगित करने की जानकारी मिल रही है । गौरतलब है की सर्वे की बैठक को लेकर किसान काफी आक्रोशित और चिंतित भी हैं क्योंकि इस बैठक के प्रभाव से उनका जल, जंगल, जमीन सब कुछ छीन जाना है। बहरहाल इस महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर की जाने वाली बैठक का ग्रामीण इंतजार कर रहे हैं जिससे की वे अपनी समस्याओं को प्रशासन को बता सकें और अपनी जिज्ञासाओं को शांत कर सकें। महाजेंको प्रभावित किसानों के द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि जिस तरह घरघोडा एसडीएम के द्वारा सभागार भवन के उद्घाटन के लिए महाजेंको की मिठाई का वितरण किया गया उसी तरह से बार बार बैठक को निरस्त करना कई सवालों को जन्म देता है ।
डॉ हरिहर पटेल (प्रभावित ग्रामीण) ग्राम पंचायत गारे
महाजेनको कम्पनी के संबंध में एसडीएम ऑफिस में बैठक रखा गया था उस बैठक में मैं भी उपस्थित रहा। वहां मैंने कम्पनी के 2-4 लोगों का परिचय सुना तो उनसे बोला की 14 ग्राम पंचायतों से NOC नहीं ली गई और ना ही कोई ग्राम सभा रखी गई है , ऐसे कैसे किस आधार पर आपको स्वीकृति दे दी गई है । कम्पनी के लोगों ने कहा की उन्हें शासन द्वारा स्वीकृति दी गई है तब मैंने उनसे कहा की आप हर गाँव में जाइये उनकी समस्या और उनका विचार पूछिए तब आगे कुछ बात रखिये, फिलहाल हम लोग कम्पनी का पुरजोर विरोध करते हैं ।
वर्जन
शिवपाल भगत (सरपंच) ग्राम पंचायत सारसमाल
सारसमाल – मुड़ागांव, सराईटोला और रोडोपाली में भारी विरोध का है इसी वजह को भाँपते हुए शासन द्वारा बैठक स्थगित की गई होगी, क्षेत्र में कहीं कहीं ड्रोन सर्वे की बात भी कही जा रही है, इसके बारे में पता लगाता हूँ। इस तरह के एसडीएम के द्वारा इस षडयंत्र पूर्वक बैठक का हम पुरजोर विरोध करते है ।