बालासोर में हुए रेल दुर्घटना से एक ही परिवार के तीन सदस्य सुरक्षित अपने घर लौट आएं
खड़गपुर- मशहूर कहावत हैं की जाको राखे साईंया मार सके ना कोय यानी जिसकी रक्षा खुद ऊपरवाला करता हैं उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। यह कहावत सच हुई हैं पूर्व मेदिनीपुर के रहने वाले इस परिवार के साथ। इसे संयोग ही कहे की जिस हादसे में अबतक 2261 लोगो की मौत हो चुकी हैं वही उस हादसे के मंजर को अपनी आँखों से देखकर एक परिवार पूरी तरह महफूज तरीके से अपने घर लौट आया हैं। यह परिवार भी उसी ट्रेन पर सवार था जो ट्रेन 200 से ज्यादा यात्रियों के लिए ताबूत साबित हुई हैं।
जानकारी के अनुसार बालासोर रेल दुर्घटना के बाद एक ही परिवार के तीन सदस्य सुरक्षित अपने घर लौट आएं हैं। न्यूज एजेंसी एनएआई को उन्होंने बताया की वे खड़गपुर से चेन्नई जाने रवाना हुए थे। बालासोर के पास ही उन्हें एक झटका लगा और लोग एक-दूसरे के ऊपर गिरने लगे। उन्हें समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है, उन्हें बचने की उम्मीद नहीं थी। लेकिन इस परिवार ऊपर वाले की ऐसी नेमत बरसी की तीनो रहे और हादसे के बाद बचकर वापिस अपने घर लौट आएं।