Serious allegation of assault on Dalit girl on law keeper, police department is carrying out formalities in the name of investigation and action
हसौद। एक दलित लड़की के साथ थाना में हुए मारपीट और जातिगत गाली गलौज के मामले में 3 आरक्षकों को लाइन अटैच कर पुलिस विभाग अपनी पीठ थपथपा रही है और जांच व कार्रवाई के नाम पर महज औपचारिकता निभाई जा रही है साथी ही पीड़िता की शिकायत को दबाया जा रहा है।
दरअसल देवरघटा निवासी अंजू दिवाकर की शिकायत पर सक्ती पुलिस अधीक्षक एम.आर. आहिरे ने 30 मई की देर शाम हसौद थाना के 3 आरक्षको को लाइन अटैच किया है और मामले में थाना प्रभारी नवीन पटेल के ऊपर जांच चलने का हवाला देते हुए थाना प्रभारी को बचाने की कोशिश की जा रही है।
बताया जा रहा है कि उप निरीक्षक नवीन पटेल समेत कई आरक्षक मामले में शामिल है जो 29 मई की सुबह आरक्षक मिरीश साहू के साथ डायल 112 वाहन में सवार होकर पीड़िता के घर धमकाने गए थे। आरोप है कि दलित लड़की अंजू की हाथ पकड़ कर पुरुष आरक्षक प्रमोद सोनंत द्वारा घसीटा गया है जो संगीन अपराध की श्रेणी में आता है और महिला आरक्षक कृष्णकुमारी राठौर के द्वारा फरियादी लड़की से हाथ कन्वेयर बेल्ट के पट्टे से पिटाई की गई है इसके साथ ही साथ आरक्षक मिरीश साहू ने हसौद पुलिस के कुछ कांस्टेबलों के साथ पीड़िता के घर पहुंच कर पीड़िता और उसके परिजनों को धमकाया है। दलित लड़की का हाथ पकड़ कर घसीटने वाले आरक्षक प्रमोद सोनंत, महिला आरक्षक कृष्णकुमारी राठौर समेत मिरीश साहू के ऊपर कार्रवाई के नाम पर महज औपचारिकता निभाया गए हैं और मामले को शांत कराने की नियत से उन्हें लाइन अटैच किया गया है।
उल्लेखनीय है कि हसौद थाना अपने पुलिसकर्मियों के कारनामों के चलते एक बार फिर सुर्खियों बटोर रहा है। हसौद थाना के पुलिसकर्मियों ने ऐसा कारनामा किया है जिससे पुलिस की छवि मिट्टी में मिल गई है और क्षेत्रवासियों के मन में पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश पनपने लगा है।
बता दें कि हसौद थाना में पदस्थ कानून के रखवालों पर दलित लड़की से मारपीट और जातिगत गाली गलौज का संगीन आरोप लगा है। देवरघटा की अंजू दिवाकर ने थाना प्रभारी नवीन पटेल समेत 3 आरक्षको के खिलाफ सक्ती एसपी एमआर आहिरे से शिकायत कर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता की शिकायत पर सक्ती एसपी ने मामले में शामिल महिला आरक्षक समेत 3 आरक्षको को लाइन अटैच करने की कार्रवाई की है।
पीड़िता का आरोप है कि लाइन अटैच कर पुलिस विभाग जांच और कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति कर रही है और उसकी शिकायत को दबाया जा रहा है। एसपी की दिशा निर्देशन पर एडिशनल एसपी मामले की प्रारंभिक जांच के लिए 31 मई को हसौद थाना पहुंची और 2 से 3 घंटे प्रारंभिक जांच के बाद मामले में 3 लोगों को लाइन अटैच और मामले मे जांच की बात कहते सीसीटीवी के संदर्भ में कुछ भी खुलकर कहने से बचते नजर आई।
3 आरक्षक को लाइन अटैच किया गया है, जांच और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आगे कारवाई किया जाएगा।
एमआर आहिरे, पुलिस अधीक्षक सक्ती