Death of infamous dacoit Posa, was in jail in Behmai murder case
चर्चित बेहमई कांड मामले के आरोपी डकैत पोसा की जिला जेल में देर रात हालत बिगड़ गई। जेल अस्पताल से उसे जिला अस्पताल भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने आरोपी को मृत घोषित कर दिया।
14 फरवरी 1981 को दस्यु सुंदरी फूलन देवी ने गिरोह के साथ बेहमई गांव में लोगों को कतार में खड़ा करके गोलियां बरसाई थी। जिसमें बीस लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि कई लोग घायल हुए थे। मामले में गांव के राजाराम ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकी सुनवाई एंटी डकैती कोर्ट बाकर शमीम रिजवी की अदालत में चल रही है। कानूनी दांवपेंच के चलते पिछले 42 साल से मामले की सुनवाई पूरी नहीं हो सकी है।
मौजूदा समय में बचाव पक्ष की बहस पूरी होने के बाद कोर्ट ने अभियोजन को बहस के लिए 12 अप्रैल की तारीख निर्धारित की है। बेहमई कांड में आरोपी पोसा जेल में बंद चल रहा था। जबकि आरोपी विश्वनाथ व श्यामबाबू जमानत पर चल रहे हैं। वृद्धावस्था व बीमारी के चलते आरोपी पोसा की बीती 24 मार्च को भी जेल में हालत बिगड़ गई थी। जिस पर उसे जिला अस्पताल से कानपुर हैलट रेफर किया गया था।
वहीं, सोमवार देर रात पोसा की माती जेल में फिर से हालत बिगड़ गई। जेल अस्पताल से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। जहां ईएमओ डॉ. निशांत पाठक ने आरोपी डकैत पोसा को मृत घोषित कर दिया। ईएमओ ने बताया कि मृतक फेफड़ों की टीबी व सांस संबंधी बीमारी से पीड़ित चल रहा था। अकबरपुर कोतवाली पुलिस को मेमो भेजकर सूचना दी गई है।
बेहमई कांड में आरोपी डकैत पोसा को कभी भी जमानत नहीं मिल सकी। जेल प्रशासन ने इसके पीछे किसी जमानतगीर का मिलना बताया था। पोसा को कई माह पहले सिर्फ पेशी के लिए न्यायालय ही ले जाया जाता था, लेकिन वृद्धावस्था व बीमारी के कारण पिछले तीन-चार माह से उसकी पेशी भी बंद कर दी गई थी।