क्लिनिक में जच्चा-बच्चा मौत मामले में नवजात के शव का कराया गया पीएम

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क्लिनिक में जच्चा-बच्चा मौत मामले में नवजात के शव का कराया गया पीएम

दफन कर दिया गया था शव,परिजनों ने की डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने की मांग

सूरजपुर- रश्मि नर्सिंग होम में हुई नवजात शिशु और उसकी मां की मौत के मामले में परिजनों की मांग पर कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में नवजात शिशु के दफनाए गए शव को पुनः बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम कराया गया।ग्राम भुनेश्वरपुर भकमा निवासी राम नारायण साहू की पत्नी पूजा साहू गर्भवती थी। प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने उसे विगत तीन अप्रैल को सुबह जिला चिकित्सालय सूरजपुर में भर्ती कराया था। जहां उसकी पीड़ा बढ़ने पर परिजनों ने चार अप्रैल को गर्भवती महिला का इलाज कर रही स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रश्मि कुमार से उसे उच्च उपचार के लिए अंबिकापुर रिफर करने की मांग की। परिजनों के मुताबिक स्त्री रोग विशेषज्ञ ने उनसे कहा कि आपको इसे लेकर अंबिकापुर जाने की जरूरत नहीं है। तिलसिवां गांव में मेरा नर्सिंग होम है। आप इन्हें वहां ले चलें, मैं सुरक्षित ढंग से प्रसव करा दूंगी।

उसके बाद प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को परिजन रश्मि नर्सिंग होम ले गए। जहां स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रश्मि कुमार ने महिला के परिजनों को बताया कि सामान्य प्रसव होने पर 15 हजार रुपये और ऑपरेशन से प्रसव होने पर 35 से 40 हजार रुपए का आएगा। एडवांस बतौर परिजनों ने नर्सिंग होम में दस हजार रुपये जमा भी करा दिए थे।

बीते बुधवार को दिन 11 बजे तक सामान्य प्रसव नही होने पर नर्सिंग होम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रश्मि कुमार ने ऑपरेशन के जरिए महिला का प्रसव कराया। डॉक्टर ने मृत बच्चा पैदा होने की जानकारी परिजनों को दी और बताया कि प्रसव के बाद महिला पूरी तरह स्वस्थ है। परिजनों ने मृत जन्मे नवजात शिशु को रेड नदी में दफना दिया था। बुधवार की रात को रक्त चढ़ाने के दौरान रात करीब 11 बजे महिला ने भी दम तोड़ दिया। इस मामले में मृतक महिला के स्वजनों द्वारा रश्मि नर्सिंग होम प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल मचाया था। प्रसव के कई घंटे बाद महिला की मौत हो जाने के मामले में कोतवाली पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है। इधर स्वजनों व मृतक महिला के पिता द्वारा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रश्मि कुमार के विरुद्ध लापरवाही के कारण जच्चा व बच्चा की मौत हो जाने का आरोप लगाए जाने पर जिला चिकित्सालय के सीएमएचओ द्वारा भी कमेटी गठित कर मामले की जांच कराए जाने की बात कही गई है। ईधर मामले को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर के निर्देश पर प्रभारी तहसीलदार डॉक्टर वर्षा बंसल द्वारा दस्तावेजों में छेड़छाड़ ना हो, इसके लिए रश्मि नर्सिंग होम को शील भी कर दिया गया है।

नवजात के शव को उत्खनन कर निकाला गया

मृतक महिला के पिता महेंद्र कुमार साहू ने एसडीएम सूरजपुर से शिकायत कर दफनाए गए नवजात शिशु का शव निकालकर पोस्टमार्टम कराने की मांग की थी। उनका आरोप था कि रश्मि नर्सिंग होम में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रश्मि कुमार की लापरवाही के कारण जच्चा और बच्चा की मौत हुई है। उनका आरोप है कि डॉ रश्मि कुमार द्वारा बिना हल्ला किए महिला के शव को घर ले जाने का दबाव बनाया जा रहा था। उनके द्वारा उन्हें प्रलोभन भी दिया गया। उनका यह भी आरोप है कि महिला चिकित्सक के कर्मचारी द्वारा स्वजनों के साथ नवजात शिशु का शव दफनाने की कार्यवाही की गई थी।

नवजात के शव को उत्खनन कर बाहर निकालने की कार्यवाही के दौरान कार्यपालक मजिस्ट्रेट डॉक्टर वर्षा बंसल समेत नायब तहसीलदार हिना टंडन के अलावा कोतवाली थाने की उप निरीक्षक सुनीता भारद्वाज एवं मृतक महिला के स्वजन मौजूद रहे।

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