रायपुर। छत्तीसगढ़ के श्रम एवं उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन के खिलाफ एक वायरल वीडियो ने गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है। वीडियो में मंत्री जी अपने ही क्षेत्र की पीड़ित महिलाओं को धमकाते हुए नजर आ रहे हैं, जिसमें वह महिलाओं को पुलिस बुलवाकर फेंकवाने की बात कह रहे हैं। यह दृश्य उन महिलाओं के लिए चौंकाने वाला है, जो माइक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा ठगी का शिकार हुईं और कर्ज माफी की मांग लेकर प्रदर्शन कर रही थीं।
मंत्री लखन लाल देवांगन की छवि पहले से ही एक अनुभवी और सभ्य नेता के रूप में रही है, जो ओबीसी वर्ग से आते हैं और जिन्होंने महापौर, विधायक और अब मंत्री के रूप में जनता की सेवा की है। लेकिन अब सवाल उठता है कि क्या मंत्री जी अब जनता के प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहे हैं या फिर वह कंपनियों के पक्ष में खड़े हैं? क्या उनका श्रम और उद्योग विभाग जनता के लिए है या कंपनियों के हित में?
वायरल वीडियो में मंत्री जी पीड़ित महिलाओं को धमकाते हुए कह रहे हैं कि वह उन्हें पुलिस बुलवाकर फेंकवा देंगे, जबकि महिलाएं अपनी पीड़ा और तकलीफ को लेकर सामने आ रही थीं। मंत्री का यह दुर्व्यवहार न केवल उनके पद की गरिमा के खिलाफ है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि उन्हें जनता की समस्याओं और पीड़ा का कोई ख्याल नहीं है।
क्या यह मंत्री जी का “श्रम” है?
मंत्री के पास श्रम और उद्योग विभाग है, लेकिन छत्तीसगढ़ में ठगी, जालसाजी और फर्जीवाड़े का “उद्योग” तेजी से फैल रहा है। यदि मंत्री जी को इस स्थिति की जानकारी होती, तो वह पीड़ितों की पीड़ा को समझते और उनके साथ बैठकर उनकी समस्याओं का समाधान करते। इसके बजाय, मंत्री जी ने पुलिस बुलवाकर उन्हें “फेंकवाने” की धमकी दी, जो न केवल पीड़ितों के लिए अपमानजनक था, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मंत्री जी का ध्यान पीड़ितों के बजाय ठगों और भ्रष्ट सिस्टम की तरफ है।
सवालों के घेरे में मंत्री जी की संवेदनशीलता
मंत्री जी की धमकी से केवल पीड़ित महिलाओं की ही नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की संवेदनशीलता पर सवाल उठता है। मंत्री को यह समझना होगा कि उनका पद जनता के लिए है, न कि कंपनियों और ठगों के लिए। उन्होंने महिलाओं के साथ नहीं, बल्कि ठगी करने वालों के साथ खड़ा होकर एक गलत संदेश दिया है।
अगर मंत्री जी ने सही समय पर पीड़ितों की मदद की होती, तो शायद उनकी छवि और प्रतिष्ठा मजबूत होती। लेकिन अब वह केवल एक ऐसे नेता के रूप में सामने आ रहे हैं, जो जनता की समस्याओं से मुंह मोड़ रहा है।