Beginning of the holy month, faces blossomed with the brightness of Ramadan
नागपुर- रहमत व बरकत वाला त्यौहार उत्साह के साथ शुरू हो चुका है, रमजान का आगाज़ होते हैं लोगों में रौनकता गई, जिससे उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। पहला रोजा जुम्मा के दिन होने से यह उत्साह दोगुना हो गया। शहर के मोमिनपुरा, जाफर नगर, हसनबाग, ताजाबाद, टेका, सतरंजीपुरा सहित अन्य और भी मुस्लिम इलाकों में रमजान की आमद की रौनक देखते ही बनी। गुरुवार से मस्जिदों में 12वीं की विशेष नमाज अदायगी का सिलसिला शुरू हो गया था। नमाज अदायगी के बाद एक दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद दी गई।
रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना होता है जिसे बहुत ही पाक महीना माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि रमजान के महीने में ही पैगंबर मोहम्मद साहब को कुरान की आयतें मिली थीं। इसके बाद से ही इस्लाम में इस महीने में रोजा रखने की परंपरा शुरू हुई, इसलिए रमजान में रोजा रखकर लोग अल्लाह का शुक्रिया अदा और इबादत करते हैं।
इस साल बुधवार को चांद नजर नहीं आने के बाद शुक्रवार के दिन पहला रोजा की घोषणा की गई। जिसके तहत गुरुवार को ईशा की नमाज के बाद मुस्लिम बंधुओं ने तारावीह की विशेष नमाज अदा की। नमाज अदायगी के बाद बाजारों में रमजान महीने के पहले रोजा को लेकर शहरी के इंतजाम की तैयारी को लेकर लोगों की भीड़ नजर आई, और आज जुम्मा के दिन पहला रोजा रखा गया। शाम होते ही रोजा इफ्तारी की गई। रमजान में 1 महीने मुस्लिम धर्मावलंबी दिनभर रोजा रखकर कामकाज के साथ पूरे दिन इबादत में गुजारते हैं। इस महीने में जकात, सदका देकर गरीबों की मदद, कुरान की तिलावत, नमाजे पढ़ते हैं। इस पवित्र महीने की इस्लाम में बड़ी फजीलत है।