जमीन दलालों का एक और कारनामा मुख्तियारनामा बनवाकर किसानों की बेंच दी जमीन,वरिय अधिकारियों से हुई शिकायत, पढ़े पूरी खबर..
कोरबा :- जमीन दलालों का कारनामा रुकने का नाम नहीं ले रहा है जमीन दलालों का एक और कारनामा प्रकाश में आ रहा है, जमीन दलालों ने किसानों को धोखे में रखकर मुख्तियारनामा बनवाकर किसान को बिना जानकारी दिए उसकी 60 डिसमील जमीन बेंच डाली!
एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है जिला के आदिवासी वनांचल क्षेत्र करतला थाना अंतर्गत जोगीपाली में जमीन दलालों ने अनपढ़ और कम पढ़े लिखे किसानो को अपना शिकार बनाया है! ग्राम जोगीपाली के किसान छवि सिंह पिता प्रताप सिंह ने गृहमंत्री छत्तीसगढ़ शासन ,पुलिस महा निदेशक छत्तीसगढ़, पुलिस महा निरिक्षक बिलासपुर संभाग,कलेक्टर कोरबा, पुलिस अधीक्षक कोरबा, अनुविभागिय अधिकारी ( राजस्व) कोरबा, तहसीलदार करतला और थाना प्रभारी करतला को लिखित शिकायत पत्र में लिखा है की शिकायत कर्ता के ग्राम जोगीपाली मे तहसील करतला में सम्मिलात खाता में खसरा नंबर 895 रकबा 0.243 हेक्टेयर भूमि के साथ अन्य भूमि स्थित है जिसमें से कुछ जमीन बिजली टावर खंभा में अर्जन हुआ है जिसका मुआवजा अनुविभागिय अधिकारी कोरबा कार्यालय में मिलना है बोलकर जमीन दलाल अकरम सिद्दिकी, प्रेम केंवट, और ओम कोटवार के द्वारा सभी किसानों को कोरबा ले आये और मुआवजा का पेपर बनवाने के साथ धोखा में रखकर उस जमीन का मुख्तियारनामा बनवा लिया गया और उस जमीन को गुपचुप तरीके से रामपुर निवासी अमन अग्रवाल के नाम पर रजिस्ट्री कर दी गई! शिकायतकर्ता के बेटे को मोबाईल फोन के माध्यम से पता चला की जोगीपाली स्थित जमीन को बेचने की जानकारी हुई, तब शिकायतकर्ता के द्वारा अपने परिचित लोगों के साथ जाकर छानबीन किया गया तब पता चला की उनकी जमीन खसरा नंबर 895 रकबा 0.243 हेक्टेयर जमीन को मुख्तियारनामा के माध्यम से अमन अग्रवाल के नाम पर रजिस्ट्री की गई है!
शिकायतकर्ता का क्रेता पर आरोप..
छवि सिंह ने जमीन खरीदने वाले अमन अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा है अगर सही और साफसुथरा तरीके से जमीन खरीदने थी, तो अमन अग्रवाल हमसे परिचित है तथा वर्तमान में एक ही गाँव में निवास करते हैं कभी भी उसके द्वारा हमारे जमीन के खरीदी बिक्री के बारे में बातचीत नहीं किया है जिससे यह प्रतित होता है इस षड्यंत्र में इसका भी बराबर का भागीदारी है!