In connivance with the manager and operator, the farmer sold paddy on the land of another farmer, still the tribal farmer is wandering to get justice…
कोरबा। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी में गड़बड़ी रूकने का नाम नहीं ले रही है अधिकांश जिलों के धान उपार्जन केन्द्रों में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आया है। पिछले वर्ष भी कई मामले सामने आये थे और थाना में मामला भी दर्ज हुये जिसमें कई आरोपीयों की गिरफ्तारी भी हुईं लेकिन धान उपार्जन केन्द्रों के कर्मचारियों द्वारा गड़बड़ी करने से बाज नही आ रहें हैं।
गड़बड़ी का एक और मामला प्रकाश में आया है। कोरबा जिला के बरपाली तहसील के पठियापाली धान उपार्जन केन्द्र पठियापाली के किसान भुवनेश्वर सिंह कंवर के 5.87 एकड़ जमीन पर पठियापाली के ही किसान सुमरन बाई कंवर ने धान उपार्जन केन्द्र पठियापाली के कर्मचारियों से सांठगांठ करके धान बेच दिया है।
जब इसकी जानकारी किसान को हुईं तो धान उपार्जन केन्द्र के प्रबंधक राजकुमार साहू, कम्प्यूटर आपरेटर बलराम कश्यप से संपर्क कर जानकारी ली गई तब उनके द्वारा गोलमोल जवाब देने लगे!तब किसान भुवनेश्वर सिंह कंवर ने इसकी शिकायत तहसीलदार बरपाली से करते हुए दोषीयों पर कार्यवाही करने की मांग की गई लेकिन कार्यवाही के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ किसान ने न्याय पाने के लिए कलेक्टर कोरबा संजीव झा से इसकी शिकायत की कलेक्टर ने तहसीलदार बरपाली और खाद्य विभाग को जांच करने का जिम्मा सौंपा, धान उपार्जन केन्द्र पठियापाली के प्रबंधक और आपरेटर ने जांच अधिकारियों से सांठगांठ करके किसान भुवनेश्वर सिंह कंवर को बिना बताये 30 जनवरी 2023 को आनलाईन रिकॉर्ड में सुधार कर दिया गया और शिकायत को फर्जी बता दिया गया।
अचानक आपरेटर द्वारा 31 जनवरी 23 को किसान को फोन करके धान बेचने को बोला जाता है लेकिन किसान अपने नीजी काम से गाँव के बाहर थे जिससे इस वर्ष किसान अपने 5.87 एकड़ जमीन की फसल को बेच नहीं पाया और न हो अभी तक दोषियों पर किसी प्रकार की कार्यवाही हुई है!पठियापाली धान उपार्जन केंद्र एक और फर्जीवाड़ा का खुलासा जल्द किया जावेगा।