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Extortion by posing as a fake officer : सक्ती जिले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए परसदा खुर्द गांव में फर्जी आबकारी अधिकारी बनकर अवैध वसूली करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है, जबकि एक अन्य आरोपी फरार है। आरोपियों के कब्जे से मोबाइल फोन और बाइक भी जब्त किए गए हैं।
फर्जी आबकारी अधिकारी बनकर 30 हजार की मांग
सक्ती एएसपी हरीश यादव के अनुसार, थाना क्षेत्र के परसदा खुर्द गांव में रहने वाली अमरीका बाई के घर पाँच युवक आबकारी विभाग के अधिकारी बनकर पहुंचे। उन्होंने घर की तलाशी ली और शराब बनाने–पिलाने का आरोप लगाते हुए 30,000 रुपये की मांग की।
पीड़िता द्वारा इसकी सूचना पुलिस को दी गई। तत्परता दिखाते हुए पुलिस ने जांजगीर जिले के रहने वाले चार युवकों —
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नरेंद्र गोस्वामी
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अजय गोस्वामी
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रामनारायण धीवर
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लोकेश राठौर
— को पकड़ लिया। वहीं, एक आरोपी मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
3 मोबाइल और 2 बाइक जब्त
घटना में उपयोग किए गए
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3 मोबाइल फोन
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2 मोटरसाइकिलें
पुलिस ने जब्त कर ली हैं। पकड़े गए आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
लोरमी में भी सामने आया फर्जीवाड़ा
कुछ ही सप्ताह पहले लोरमी के ग्राम मारूकापा में भी फर्जी राशन कार्ड बनवाकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने का मामला उजागर हुआ था। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर व खाद्य विभाग को शिकायत देकर बताया कि गांव के 13 अविवाहित युवकों के नाम पर कार्ड बने हैं जिनमें पत्नी और बच्चों के नाम भी दर्ज हैं।
शिकायतों में ग्राम की उचित मूल्य दुकान संचालक—करूणा माता स्व–सहायता समूह—पर फर्जी कार्डधारकों को नियमित राशन वितरण करने का आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यह सब पूर्व सरपंच और कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से किया गया है।
सक्ती पुलिस की कार्रवाई से बड़ा खुलासा
लगातार सामने आ रहे ये मामले बताते हैं कि फर्जी अधिकारी बनकर ठगी और सरकारी योजनाओं में हेरफेर जैसे अपराधों का नेटवर्क सक्रिय है। पुलिस की हालिया कार्रवाई से एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। फरार आरोपी की तलाश जारी है और मामले की गहन जांच चल रही है।

