Dog Reporting , रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्कूलों के लिए शिक्षा विभाग ने एक नया निर्देश जारी किया है। इसके तहत अब विद्यालय परिसर में देखे जाने वाले कुत्तों की विस्तृत जानकारी स्कूल प्राचार्य और मुख्य शिक्षक (HM) को निर्धारित फार्मेट में भरकर जमा करनी होगी। यह कदम बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, ताकि आवारा पशुओं से होने वाली संभावित घटनाओं को रोका जा सके।
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जारी हुए दिशा-निर्देशों के अनुसार, स्कूल स्टाफ को परिसर में दिखने वाले कुत्तों के रंग, आकार, विशेष पहचान (विशिष्ट निशान), व्यवहार, और वे कितनी बार स्कूल में दिखाई देते हैं, इसकी रिपोर्ट तैयार करनी होगी। यह फॉर्मेट प्रतिमाह संकलित कर ब्लॉक स्तर पर भेजा जाएगा।
शिक्षा विभाग का मानना है कि कई क्षेत्रों में आवारा कुत्तों के स्कूल परिसरों में घूमने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। ऐसे में छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह निगरानी व्यवस्था आवश्यक है। स्कूलों को यह भी निर्देश दिया गया है कि परिसर की बाउंड्री मजबूत रखें और बच्चों को सावधानी बरतने के लिए समय-समय पर जागरूक करें।
सूत्रों के अनुसार, रिपोर्ट के आधार पर स्थानीय निकाय और पशु नियंत्रण टीमें आगे की कार्रवाई करेंगी, ताकि स्कूल परिसर सुरक्षित और अवांछित पशुओं से मुक्त रहे।इस नए आदेश को लेकर शिक्षकों में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं, लेकिन अधिकतर का मानना है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है और यदि निगरानी से खतरा कम होता है, तो यह कदम स्वागत योग्य है।