|
Getting your Trinity Audio player ready...
|
पटना। बिहार में नीतीश कैबिनेट का गठन मंगलवार को पूरा हो गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में कुल 26 मंत्रियों ने शपथ ली, जबकि राज्य में विधायकों की संख्या के अनुसार कैबिनेट में अधिकतम 36 सदस्य शामिल हो सकते हैं। इस तरह अभी भी 9 मंत्री पद खाली हैं, जिन पर जल्द विस्तार की उम्मीद जताई जा रही है।
कैबिनेट विस्तार पर अभी सस्पेंस जारी
एनडीए नेतृत्व की ओर से पहले कैबिनेट विस्तार की कोई निश्चित तिथि अभी घोषित नहीं की गई है। इसके बावजूद एनडीए के अंदर मंत्री पद की चाह रखने वाले कई विधायक इन खाली नौ सीटों पर निगाहें लगाए हुए हैं। चर्चा है कि क्षेत्रीय और जातीय संतुलन साधते हुए अगले दौर में नए चेहरों को शामिल किया जा सकता है।
राजनीतिक हलकों में बढ़ी हलचल
कैबिनेट गठन के बाद से ही राजनीतिक गलियारों में संभावित विस्तार को लेकर हलचल तेज हो गई है। पार्टी सूत्रों की मानें तो—
-
गठबंधन की अंदरूनी समीकरण
-
क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व
-
संगठनात्मक संतुलन
-
और वरिष्ठता
जैसे पहलू अगले मंत्रिमंडल विस्तार में अहम भूमिका निभाएंगे।
फिलहाल 26 मंत्रियों ने कार्यभार संभाला
नीतीश कुमार कैबिनेट के मौजूदा 26 सदस्यों ने अपने-अपने विभागों का कामकाज संभालना शुरू कर दिया है। वहीं सरकार के भीतर भी संकेत दिए जा रहे हैं कि जरूरत और राजनीतिक सहमति बनने के बाद विस्तार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बिहार की राजनीति में मंत्री पद को लेकर उत्सुकता चरम पर है और अगले कुछ दिनों में इस पर बड़ा फैसला होने की संभावना जताई जा रही है।

