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Chhattisgarh conversion controversy : बिलासपुर (छत्तीसगढ़), 12 नवंबर 2025: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में धर्मांतरण को लेकर फिर बवाल मच गया। 12 नवंबर को दो अलग-अलग स्थानों पर धर्मांतरण के प्रयासों के आरोप में हंगामा हुआ। हिंदूवादी संगठनों ने SECL के ड्राइवर राजेंद्र खरे पर हिंदू धर्म का अपमान और जबरन धर्मांतरण कराने का आरोप लगाया है।
पहला मामला: सरकंडा क्षेत्र के वसंत विहार कॉलोनी में हंगामा
जानकारी के मुताबिक, वसंत विहार कॉलोनी निवासी राजेंद्र खरे (SECL ड्राइवर) के घर पर एक प्रार्थना सभा आयोजित की गई थी।यहां पर महिला, पुरुष और बच्चे मौजूद थे, जिन्हें कथित तौर पर हिंदू देवी-देवताओं को “शैतान” बताकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जा रहा था।हिंदूवादी संगठनों को खबर लगते ही वे मौके पर पहुंचे और पुलिस को बुलाकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।सभा में बहतराई और खमतराई क्षेत्र की महिलाएं और 7-8 बच्चे भी मौजूद थे। आरोप है कि उन्हें हिंदू धर्म के प्रति भ्रमित कर ईसाई धर्म अपनाने के लिए ब्रेनवॉश किया जा रहा था।
दूसरा मामला: पचपेड़ी थाना क्षेत्र के कुकुर्दीखुर्द गांव में विवाद
इसी दिन कुकुर्दीखुर्द गांव में भी एक मकान में प्रार्थना सभा के दौरान धर्मांतरण का प्रयास किए जाने का मामला सामने आया।यहां भी हिंदू महिलाओं और बच्चों को बरगलाने और धर्म बदलने के लिए प्रेरित करने का आरोप लगा है।
तीन लोग गिरफ्तार, पुलिस कर रही जांच
दोनों मामलों में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए SECL ड्राइवर राजेंद्र खरे समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।फिलहाल पुलिस ने धर्मांतरण निषेध अधिनियम के तहत केस दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
हिंदूवादी संगठनों का विरोध
घटना के बाद हिंदूवादी संगठनों ने धर्मांतरण गैंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे लोग हिंदू समाज को तोड़ने की साजिश में लगे हैं।उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि ऐसे मामलों पर रोक नहीं लगी तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

