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नई दिल्ली। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में मंगलवार को हुए आत्मघाती हमले ने पूरे देश को दहला दिया। यह धमाका शहर के न्यायिक परिसर (कोर्ट) के बाहर हुआ, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई और करीब 21 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
हमला उस समय हुआ जब अदालत परिसर के बाहर लोगों की भीड़ मौजूद थी। अचानक हुए इस धमाके से आसपास की इमारतों की खिड़कियां टूट गईं और मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंचीं। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
इस्लामाबाद पुलिस के अनुसार, शुरुआती जांच में यह आत्मघाती हमला प्रतीत हो रहा है, लेकिन अभी तक किसी संगठन ने इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है। सरकार ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए सुरक्षा एजेंसियों को मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताते हुए कहा कि “निर्दोष लोगों की जान लेने वाले ऐसे कायराना हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
वहीं, घटना के बाद राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। अदालत परिसरों और सरकारी दफ्तरों के बाहर सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।

