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*जितेंद्र साहू*
बिलासपुर, छत्तीसगढ़ | 27 अक्टूबर 2025 – बिलासपुर रेलवे स्टेशन में हाल ही में छठ पूजा के अवसर पर भोजपुरी गीतों के प्रसारण को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। स्थानीय लोगों और छत्तीसगढ़िया समाज के प्रतिनिधियों ने इस पर नाराज़गी जताई है। उनका कहना है कि जब राज्य के अपने त्योहारों को इस स्तर पर प्रचार नहीं दिया जाता, तो बाहरी राज्यों के त्योहारों को बढ़ावा देना उचित नहीं है।
छत्तीसगढ़िया समाज ने रेलवे प्रशासन से सवाल किया कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपराओं को दरकिनार कर बाहरी प्रदेशों के लोकगीतों को स्टेशन पर क्यों बजाया जा रहा है। उनका कहना है कि यह प्रदेश की सांस्कृतिक अस्मिता के साथ खिलवाड़ है।
गौरतलब है कि 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ अपना स्थापना दिवस मनाने जा रहा है, लेकिन फिलहाल रेलवे स्टेशन या अन्य सार्वजनिक स्थलों पर स्थापना दिवस से जुड़ी कोई विशेष तैयारी या प्रचार नजर नहीं आ रही है। वहीं दूसरी ओर राजधानी रायपुर में हाल ही में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा खंडित होने की घटना ने भी लोगों की भावनाओं को आहत किया है।
स्थानीय संगठनों ने मांग की है कि रेलवे प्रशासन स्थानीय संस्कृति और त्यौहारों को भी समान सम्मान दे और स्टेशन परिसर में छत्तीसगढ़ी लोकगीतों तथा पारंपरिक आयोजनों को प्राथमिकता दे।
रेलवे प्रशासन की ओर से अभी तक इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।

