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दिल्ली। देश में महंगाई एक बार फिर बढ़ गई है। अगस्त महीने में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) बढ़कर 2.07% पर पहुंच गई है। यह आंकड़ा जुलाई महीने में 1.61% था। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, यह वृद्धि मुख्य रूप से खाने-पीने के सामान की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण हुई है।
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खाने-पीने की चीजों का हुआ असर
आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में खाद्य मुद्रास्फीति (Food Inflation) बढ़कर 1.61% हो गई, जो जुलाई में 0.35% थी। सब्जियों और दालों की कीमतों में बढ़ोतरी ने महंगाई बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- सब्जियां: सब्जियों की कीमतों में 2.50% की बढ़ोतरी हुई है।
- दालें: दालों की कीमतें भी 1.80% बढ़ी हैं।
- अनाज और दूध: इनके दामों में भी मामूली वृद्धि दर्ज की गई है।
ग्रामीण और शहरी महंगाई
NSO के आंकड़ों से पता चलता है कि ग्रामीण इलाकों में महंगाई दर ज्यादा तेजी से बढ़ी है।
- ग्रामीण महंगाई: 2.25%
- शहरी महंगाई: 1.85%
विशेषज्ञों की राय
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून के दौरान हुई अनियमित बारिश और आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान के कारण सब्जियों और अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में उछाल आया है। उनका यह भी मानना है कि आगामी त्योहारी सीजन में मांग बढ़ने से महंगाई पर और दबाव पड़ सकता है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति में महंगाई को नियंत्रित करने का लक्ष्य रखा है। हालांकि, मौजूदा स्थिति को देखते हुए, निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की संभावना कम है।
यह वृद्धि सरकार के लिए एक चुनौती बन गई है, क्योंकि उसे बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने और आम जनता को राहत प्रदान करने के लिए कदम उठाने होंगे।