नई दिल्ली। बंगाल विधानसभा में चल रहे तीन दिनों के विशेष सत्र के तीसरे और आखिरी दिन हंगामा और झड़प देखने को मिली। हंगामे के बाद बीजेपी ने राज्य की ममता सरकार को जमकर घेरा है।
दरअसल, विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी भाजपा विधायकों ने बंगाली प्रवासियों पर कथित अत्याचारों पर एक सरकारी प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान नारेबाजी की। दोनों दलों के विधायकों के बीच हाथापाई भी हुई, जिसका भी सामने आया है।
विधानसभा में क्यों हुआ हंगामा?
बता दें कि यह हंगामा ऐसे समय पर हुआ, जब सीएम ममता बनर्जी प्रस्ताव पर बोलने वाली थीं। बता दें कि भाजपा विधायकों ने 2 सितंबर को विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के निलंबन पर सवाल उठाते हुए नारे लगाए, जिसका सत्ता पक्ष की ओर से तीखी प्रतिक्रिया हुई।
शंकर घोष को किया गया निलंबित
विधानसभा में हंगामे के बीच अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने अव्यवस्था फैलाने के आरोप में भाजपा के मुख्य सचेतक शंकर घोष को शेष दिन के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया।
इसके बाद भी जब घोष सदन के बाहर नहीं गए, तो विधानसभा मार्शलों को बुलाया गया और उन्हें घसीटकर सदन से बाहर निकाला गया। इसके बाद सदन का माहौल और गरमा गया। किसी तरीके हाथापाई को रोकने के लिए मार्शल दोनों समूहों के बीच पहरा दे रहे थे।
शुभेंदु अधिकारी ने सीएम पर साधा निशाना
इधर, बीजेपी विधायक शुवेंदु अधिकारी ने एक वीडियो सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करते हुए राज्य की ममता सरकार को घेरा। शुभेंदु अधिकारी ने एक्स पर लिखा कि आज पश्चिम बंगाल विधानसभा में लोकतंत्र की हत्यारी ममता और उनके सहयोगी प्रशासन द्वारा लोकतंत्र की हत्या कर दी गई।