Getting your Trinity Audio player ready...
|
माटी अधिकार मंच के द्वारा भूविस्थापित समस्याओं के निराकरण हेतु 13 अगस्त को गेट जाम आंदोलन प्रारंभ किया गया था , जो लगातार दूसरे दिन तक जारी रहा । सीएमडी श्री हरीश दुहान से सकारात्मक वार्ता उपरांत हड़ताल दोपहर 3:00 बजे स्थगित कर दिया गया । श्री हरीश दुहान के द्वारा विस्थापितों के हित में ही निर्णय लिए जाने का आश्वासन दिया गया । मुख्यालय के अधिकारियों से चर्चा उपरांत इस पर अग्रिम कार्यवाही करने की बात कही गई । ज्ञात हो कि 11 अगस्त को हड़ताल टालने के लिए मुख्यालय बिलासपुर में डायरेक्टर पर्सनल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई थी । जिसमें सहमति नहीं बनने के कारण ही 13 अगस्त को निर्धारित हड़ताल जारी रखा गया ।
माटी अधिकार मंच के द्वारा कोरबा जिले के कुसमुंडा , गेवरा , दीपका, मानिकपुर , अंबिका परियोजना , बुड़बुड़ सरायपाली परियोजना के भुविस्थापितो एवं प्रभावितों के रोजगार , मुआवजा ,पुनर्वास एवं अन्य ठेका मजदूरों के मांगों के संबंध में एसईसीएल मुख्यालय बिलासपुर में गेट जाम आंदोलन 13 अगस्त से शुरू किया गया था जो दूसरे दिन भी जारी रहा । गेट जाम हड़ताल ऐतिहासिक रूप से लगातार 28 घंटे जारी रहा । हड़ताल के प्रथम दिन दो बार अधिकारियों के साथ बैठक हुआ । वार्ता सकारात्मक नहीं होने के कारण हड़ताल लगातार जारी रहा । दूसरे दिन सर्वप्रथम भू राजस्व के अधिकारियों के साथ वार्ता विफल होने के बाद पुनः सीएमडी ने संगठन के प्रतिनिधिमंडल के साथ चर्चा की । संगठन के अध्यक्ष ब्रजेश श्रीवास ने रोजगार संबंधी मांगों एवं नियमों के संबंध में सीएमडी को विस्तार से बताया । छोटे खातेदार के पक्ष में एवं अर्जन के बाद जन्मे उम्मीदवार के पक्ष मे माननीय उच्च न्यायालय से आदेश जारी किया गया है । जिसके बारे में भी अवगत कराया गया । सीएमडी को भूविस्थापितों की स्थिति से अवगत कराया गया कि रोजगार हेतु नामांकन जमा लेकर वर्षों तक घुमाते रहे । थक हारकर न्यायालय का सहारा लिया । माननीय उच्च न्यायालय से आदेश आने के बाद रोजगार देने के बजाय बार-बार अपील किया जा रहा है । आर्थिक स्थिति से अक्षम होने के कारण उच्चतम न्यायालय जाने की स्थिति में नहीं है । इसलिए बगैर अपील किए रोजगार प्रदान किया जाए । अर्जन के बाद जन्म संबंधी रोजगार प्रकरण का वनटाइम सेटलमेंट के तहत निपटारा किया जाए । जिसे सीएमडी ने गंभीरता पूर्वक सुना एवं संगठन को आवश्यक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया । सीएमडी के द्वारा कहा गया कि लीगल विभाग एवं भू राजस्व विभाग के साथ बैठक कर निर्णय लिया जाएगा । उन्होंने कहा कि भूविस्थापितों का गेट में ऐसे बैठने से हमें शर्मिंदगी महसूस होती है , हमें अच्छा नहीं लगता है । हम भूविस्थापितों की समस्याओं का निराकरण के लिए गंभीर हैं ।
आंदोलन का समर्थन करने पूर्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल जी बिलासपुर पहुंचे ।
बिलासपुर में आयोजित आंदोलन को समर्थन करने पूर्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल जी बिलासपुर पहुंचे । इस दौरान उन्होंने कहा कि विकास के नाम पर अपने पुरखों की जमीन देने वाले किसान दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं । विस्थापितों की जायज मांगों की अनदेखी की जा रही है । विस्थापितों के हड़ताल का हम समर्थन करते हैं । जनप्रतिनिधि होने के नाते समर्थन करने का हमारा दायित्व बनता है । भविष्य में भी विस्थापितों की हित में हमेशा सहयोग किया जाएगा ।
भूविस्थापितो एवं प्रभावितों की रोजगार , मुआवजा , पुनर्वास क्षतिपूर्ति एवं अन्य समस्याओं के समाधान हेतु संगठन के द्वारा लगातार प्रयास किया जाता रहेगा । आने वाले समय में प्रबंधन के द्वारा खातेदारों को लाभ देने में आनाकानी या विलंब करने पर शीघ्र ही खदानो को पूर्ण रूप से बंद कराया जाएगा ।
गेट जाम आंदोलन के दौरान प्रमुख रूप से ज्योतिष खुसरो सरपंच करतली , राजकुमार सरपंच डुकुपथरा , सूर्यभवन सिंह जनपद सदस्य बाता , कृष्ण कुमार सरपंच बाता , उपेंद्र पटेल पार्षद भिलाई खुर्द , अशोक पटेल , सूर्यभवन सिंह, हेमलाल , परमेश्वर बिंझवार , रवि यादव , राजेंद्र पटेल , मोहन पटेल , देवाशीष श्रीवास , मनोज कुमार , रमेश कुमार , सुरेंद्र कुमार , गणेश दास , रामाधार पटेल , जोगीराम , रवि , विनोद पटेल , हिमांशु , सुदामा , शोभा राम, संतोष राठौर , प्रेम यादव , ललित पटेल , रूपचंद , विष्णु पटेल , राजेंद्र , पवन पटेल , सुदामा पांडे , उज्जैन , अजय पटेल , शंकर टेकाम, सोनू , देवनारायण , शिव कुमार , अवध राम , गोविंद सारथी , रविंद्र जगत , सेवा राम , संतोष श्रीवास , प्रकाश कोराम , बसंत , वीर सिंह , देव पटेल , महावीर , मोहन पटेल, संदीप एवं सैकड़ों महिला पुरुष खातेदार प्रभावित, विस्थापित प्रमुख रूप से उपस्थित रहे ।