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वेबसाइट ब्राउज़िंग के दौरान आपने अक्सर ‘I’m Not a Robot’ चेकबॉक्स देखा होगा। इसे क्लिक करने पर आपको शायद ये सवाल उठता होगा कि आखिर इसे क्यों क्लिक करना जरूरी है और ये कैसे काम करता है। दरअसल, यह साधारण सा लगने वाला चेकबॉक्स CAPTCHA (कंप्लीटली ऑटोमेटेड पब्लिक ट्यूरिंग टेस्ट टू टेल कंप्यूटर्स एंड ह्यूमन्स अपार्ट) सिस्टम का हिस्सा है, जो वेबसाइटों को बॉट्स से बचाने और स्पैम, डेटा चोरी या धोखाधड़ी रोकने में मदद करता है।
जब आप इस चेकबॉक्स पर क्लिक करते हैं, तो यह सिर्फ क्लिक को ही नहीं देखता, बल्कि आपके व्यवहार और आपके द्वारा उपयोग किए जा रहे डिवाइस की गहन जांच करता है। सिस्टम आपके माउस मूवमेंट, स्क्रॉल करने का तरीका और क्लिक की टाइमिंग को ट्रैक करता है। इंसानों के कर्सर मूवमेंट सामान्यतः अनियमित होते हैं, जबकि बॉट्स के मूवमेंट असामान्य रूप से सटीक होते हैं। इसके अलावा, ब्राउजर फिंगरप्रिंटिंग के जरिए आपका IP एड्रेस, स्क्रीन रेजोल्यूशन, ब्राउजर वर्जन, इंस्टॉल्ड प्लगइन्स और टाइम जोन जैसी जानकारियां भी इकठ्ठा की जाती हैं, जिससे पता चलता है कि आपका ब्राउज़िंग सेटअप सामान्य है या संदिग्ध।
अगर आपका व्यवहार और डिवाइस सामान्य होता है, तो आप आसानी से वेरिफाई हो जाते हैं। लेकिन अगर सिस्टम को कोई शक होता है, तो आपको एक विजुअल चैलेंज दिया जाता है, जिसमें आपको ट्रैफिक लाइट्स या बस जैसी तस्वीरें चुननी होती हैं। ये टास्क इंसानों के लिए आसान होते हैं, लेकिन बॉट्स के लिए चुनौतीपूर्ण।
कुल मिलाकर, ‘I’m Not a Robot’ चेकबॉक्स केवल एक साधारण क्लिक नहीं है, बल्कि यह एक उन्नत प्रणाली है जो आपके व्यवहार का विश्लेषण करके वेबसाइटों को ऑटोमेटेड ट्रैफिक से बचाती है और सुरक्षा सुनिश्चित करती है। यह डिजिटल गेटकीपर की तरह काम करता है, जो वेबसाइट की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।