हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह की डेडबॉडी मिली:शरीर पर हमले के निशान नहीं, ब्लास्ट के झटके से मौत की आशंका; लेबनान पर इजराइल के हमले जारी

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इजराइली हमले में मारे गए हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की डेडबॉडी मिल गई है। मेडिकल और सुरक्षा टीमों ने नसरल्लाह के शव को हमले वाली जगह से बरामद किया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक हसन के शरीर पर हमले के सीधे निशान नहीं हैं। उसकी मौत के पीछे तेज धमाके से हुए ट्रॉमा को वजह माना जा रहा है।

इधर रविवार को इजराइल ने लेबनान से सटी सीमा पर टैंक तैनात कर दिए। अलजजीरा ने इनकी तस्वीरें भी जारी की हैं। वहीं अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसे नसरल्लाह पर हमले के बारे में पता था। इजराइल ने ऑपरेशन के लिए लड़ाकू विमानों के उड़ान भरने के बाद उसे जानकारी दी थी।

हालांकि इजराइल ने दावा किया है कि उसने ऑपरेशन शुरू करने से पहले ही अमेरिका को संदेश भेज दिया था। दूसरी तरफ नसरल्लाह की मौत के बाद भी शनिवार (28 सितंबर) को इजराइल ने लेबनान में हमले जारी रखे।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन हमलों में 33 लोगों की मौत हो गई, जबकि 195 घायल हुए हैं। NYT ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि नसरल्लाह को मारने के लिए 27 सितंबर को इजराइल ने 8 लड़ाकू विमान भेजे थे।

इनके जरिए हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 2 हजार पाउंड के 15 बम गिराए गए थे। रिपोर्ट के मुताबिक, ये अमेरिका में बने BLU-109 बम थे, जिन्हें बंकर बस्टर भी कहा जाता है। ये लोकेशन पर अंडरग्राउंड तक घुसकर विस्फोट करने में सक्षम होते हैं।

लेबनान की नेशनल न्यूज एजेंसी के मुताबिक रविवार को इजराइल के हमले में एक ही परिवार के 17 लोगों की मौत हो गई है। इजराइल ने ये हमला लेबनान के उत्तर में बेका घाटी के जबूद शहर में किया था। हमले के बाद राहत और बचाव कर्मी मलबे के नीचे जिंदा लोगों की तलाश की तलाश में जुटे हुए हैं।

समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक हिजबुल्लाह चीफ हसन का शव बरामद हो गया है। मेडिकल और सुरक्षा टीमों ने डेड बॉडी को हमले वाली जगह से रिकवर कर लिया है।

रॉयटर्स ने सोर्स के हवाले से बताया है कि हसन के शरीर पर हमले के सीधे निशान नहीं हैं। उसकी मौत के पीछे तेज धमाके की वजह से हुए ट्रॉमा की आशंका जताई जा रही है।

लेबनानी प्रधानमंत्री नाजिब मिकाती ने इजराइल के हमले के बाद इमरजेंसी कैबिनेट मीटिंग की। उन्होंने बताया कि 12 दिन से जारी इजराइली हमलों के बीच अब तक करीब 10 लाख लोग बेघर हो गए हैं। यह लेबनान के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा डिस्प्लेसमेंट है।

ईरान ने कहा है कि वह इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के डिप्टी कमांडर अब्बास निलफोरोशान की मौत का बदला जरूर लेगा। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराक्ची ने कहा कि हमारे कमांडर का बलिदान बेकार नहीं जाएगा।

इजराइली डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने दावा किया है कि शनिवार रात बेरूत पर किए हमले में उसने हिजबुल्लाह की प्रिवेंटिव सिक्योरिटी यूनिट के कमांडर नबील कौक को मार गिराया है।

नबील कौक हिजबुल्लाह की केंद्रीय परिषद का सदस्य भी था।
नबील कौक हिजबुल्लाह की केंद्रीय परिषद का सदस्य भी था।

इजराइल लगातार लेबनान पर हवाई हमला कर रहा है। अलजजीरा के मुताबिक, इजराइल ने रविवार (29 सितंबर) को लेबनान की बेका वैली में आइन शहर पर हवाई हमला किया। इसमें 11 लोगों की मौत हो गई। मलबे से अब तक 6 लोगों के शव निकाले गए हैं।

लेबनानी आर्मी ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसा कुछ न करें जिससे देश की शांति भंग हो। यह पूरे देश के लिए एक बेहद नाजुक वक्त है। दरअसल, नसरल्लाह की मौत के बाद लेबनान में उसके समर्थकों और राजनीतिक दुश्मनों के बीच झड़प का डर है। इसी वजह से लेबनान में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है।

नसरल्लाह की मौत के बाद चीन की तरफ से पहला बयान सामने आया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह लेबनान की संप्रभुता के उल्लंघन के खिलाफ है और हालात पर नजर बनाए हुए है। मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव पर चीन ने चिंता भी जताई।

अमेरिका ने कहा है कि इजराइल ने उसे नसरल्लाह पर हमले की जानकारी तब दी थी, जब इजराइल के फाइटर जेट्स अटैक के लिए उड़ान भर चुके थे।

अमेरिका के रक्षा विभाग पेंटागन की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने बताया कि जब बेरूत पर बम बरसाए जा रहे थे तब अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने इजराइली डिफेंस मिनिस्टर से बात की थी।

वहीं इजराइल के अधिकारियों ने दावा किया है कि हमला करने के कुछ समय पहले ही उन्होंने अमेरिका को अपने प्लान की जानकारी दे दी थी।

इजराइल ने लाल सागर से आए एक ड्रोन को इंटरसेप्ट करने की बात कही है। BBC के मुताबिक, IDF ने कहा कि शनिवार को भी हूतियों ने यमन से एक मिसाइल दागी थी, जिसे रोक दिया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, मिसाइल को PM नेतन्याहू के इजराइल लौटने के समय के हिसाब से लॉन्च किया गया था।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, 2006 में लेबनान के खिलाफ दूसरी जंग खत्म होने के बाद से इजराइल हिजबुल्लाह को खत्म करने की तैयारी में जुटा हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल ने 18 साल पहले से लेबनान में अपने अंडरकवर कमांडोज को इंटेलिजेंस मिशन के लिए भेजना शुरू कर दिया था। इन्हीं के जरिए इजराइली सेना को नसरल्लाह की सही लोकेशन की जानकारी मिली।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक नसरल्लाह की मौत का जवाब कैसे देना है इस पर ईरान की सरकार में मतभेद है। देश के रूढ़िवादी नेता इजराइल पर बड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वे ऐसा हमला करना चाहते हैं कि इजराइल इसके बाद ईरान पर पलटवार की कोशिश न करे।

वहीं राष्ट्रपति पजशकियान ऐसा करने से बचने के पक्ष में हैं। उनका मानना है कि ऐसा करके ईरान PM नेतन्याहू के बिछाए जाल में फंस जाएगा और दोनों देशों के बीच बड़ा युद्ध छिड़ जाएगा।

हिजबुल्लाह ने इजराइल के खिलाफ लड़ाई जारी रखने की बात कही है। इजराइली मिलिट्री ने बताया कि शनिवार रात लेबनान से यरुशलम और वेस्ट बैंक के क्षेत्रों में हवाई हमले किए गए। इस दौरान वेस्ट बैंक के कुछ इलाकों में आग लग गई। हालांकि, इजराइल ने ज्यादातर रॉकेट मार गिराए।

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भी शनिवार को एक वीडियो स्टेटमेंट जारी किया। उन्होंने कहा, “हमारा काम अब भी खत्म नहीं हुआ है। मैंने नसरल्लाह को मारने का आदेश दिया क्योंकि कमजोर पड़ने के बाद भी वह किसी न किसी तरह हिजबुल्लाह को दोबारा खड़ा कर सकता था।”

नसरल्लाह की मौत के बाद बेरूत में बुर्ज अल गजल ब्रिज के पास शनिवार दोपहर से टैंक तैनात कर दिए गए। दरअसल, लेबनान की सरकार को डर है कि हिजबुल्लाह चीफ के मारे जाने के बाद अब शिया और ईसाई समुदाय में झड़प हो सकती है। वहीं नसरल्लाह की मौत के बाद लेबनान और ईरान में शोक का माहौल है।

न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इजराइली नेताओं को कई महीनों से नसरल्लाह की लोकेशन की जानकारी थी। वे 1 हफ्ते पहले ही उस पर हमले की योजना बना चुके थे। दरअसल, इजराइली अधिकारियों को डर था कि नसरल्लाह कुछ दिनों में किसी दूसरी लोकेशन पर शिफ्ट हो जाएगा।

ऐसे में उस पर हमले के लिए उनके पास बेहद कम समय है। इसके बाद शुक्रवार को इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने UN में भाषण देने के बाद अपने होटल रूम से हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमले की इजाजत दे दी।

बेरूत में नसरल्लाह की मौत की खबर फैलने के बाद शोक का माहौल है। इजराइल के हमलों में बेघर होने के बाद एक मस्जिद की सीढ़ियों पर रह रही महिला ने रोते हुए कहा, “वह चला गया। सैयद जा चुके हैं।”

वहीं 53 साल की दूसरी महिला ने चिल्लाकर कहा कि हम उनके रास्ते पर चलते रहेंगे। वे भले ही मर गए हैं, लेकिन उनकी जीत जरूर होगी। वहीं इराक के प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने देश में 3 दिन के शोक की घोषणा की है।

ईरान में विदेश मंत्रालय के अधिकारी आयतुल्लाह मोहम्मद अखतारी ने कहा है कि ईरान आने वाले कुछ दिनों में लेबनान और सीरिया में सैनिकों की तैनाती की तैयारी में है।

इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिया गया है। अखतारी ने कहा, “वरिष्ठ अधिकारी जल्द ही गोलन हाइट्स में सैनिकों को तैनात करने की इजाजत दे देंगे। हम लेबनान में इजराइल से लड़ाई के लिए 1981 की तरह ही सेना भी भेज सकते हैं।”

इजराइली सेना ने बताया कि नसरल्लाह को मारने के लिए जो ऑपरेशन चलाया गया था उसे ‘न्यू ऑर्डर’ नाम दिया गया था। बेरूत पर हमले के दौरान इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट और IDF के चीफ ऑफ स्टाफ कमांड सेंटर से ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे।

बेरूत पर हमले के दौरान इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट और IDF के चीफ ऑफ स्टाफ कमांड सेंटर से ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे।
बेरूत पर हमले के दौरान इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट और IDF के चीफ ऑफ स्टाफ कमांड सेंटर से ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए थे।

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