सेवा सहकारी समिति मर्यादित पाहरा में हुआ फर्जी पंजीयन,प्रबंधक नें लगाया तहसीलदार पर गंभीर आरोप

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दुर्ग – जिला दुर्ग तहसील अहिवारा अंतर्गत आने वाले सेवा सहकारी मर्यादित पाहरा में फर्जी पंजीयन का मामला सामने आया है,आपको बता दे धान खरीदी वर्ष 2022-23 में दामोदर /गोवर्धन के नाम पर मंदिर जमीन को पंजीयन किया गया था जिसमें फर्जी क़र खाता नंबर चेंज क़र किसी शिशिर झा का क़र दिया गया। वहीं धान खरीदी वर्ष 2023-24 में ऑपरेटर द्वारा कैरी फॉरवर्ड क़र फिर से दामोदर शर्मा का खाता नंबर जोड़ दिया गया। ऑपरेटर और प्रबंधक का खेल देखिये कि धान खरीदी वर्ष 2023-24 में बोनस राशि कि बढ़ोतरी होते देख मंदिर जमीन को कैरी फॉरवर्ड क़र अधिया रेगहा का उल्लेख नहीं किया गया, जिससे किसान को बोनस राशि मिल सके। वहीं किसान दामोदर को मंदिर जमीन पर जानबूझ क़र बोनस राशि दिलाया गया है, जबकि मंदिर, ट्रस्ट, अधिया रेगहा, कंपनी कि जमीन पर बोनस राशि देने की प्रावधान नहीं है। सेवा सहकारी समिति मर्यादित पाहरा के प्रबंधक द्वारा जानबूझ शासन को अवगत नहीं कराया गया, और शासन को लाखों रूपये की क्षति पहुंचाया गया है।

क्या कहते हैं मंडी प्रबंधक

शासन को क्षति पहुंचता देख पत्रकार द्वारा उक्त अनियमितता को उजागर करनें के लिए प्रबंधक से उनका पक्ष जानना चाहा तो प्रबंधक भूषण निषाद द्वारा सीधा तहसीलदार पे गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दामोदर को बोनस नही मिलना था लेकिन तहसील माड्यूल से पंजीयन करके उनको गलत तरीके से लाभ पहुंचाया गया है, मुझे पता था कि यह गलत है और मैं मौखिक रूप से अपने सीनियर शाखा को अवगत कराया था।

अब देखना यह है कि शासन के आँखों पर धूल झोकने वाले लापरवाह प्रबंधक भूषण निषाद पर शासन क्या कार्रवाही करती है क्योंकि प्रबंधक को भली भांति पता था कि मंदिर जमीन पर बोनस राशि प्राप्त हुआ है, के बावजूद भी लिखित में शासन को समिति द्वारा अवगत नहीं कराया गया, जिसके एवज पर किसान को बेजा लाभ मिल सका है।

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