राजनाथ बोले- पाकिस्तान PoK के लोगों को विदेशी मानता है:भारत के लिए वे अपने; अफजल गुरु को फांसी नहीं तो क्या माला पहनानी चाहिए थी

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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार (8 सितंबर) को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर के निवासियों को भारत में शामिल होना चाहिए, हम उन्हें अपना मानते हैं।

राजनाथ ने ये बात जम्मू-कश्मीर के रामबन में कही। यहां वे बीजेपी उम्मीदवार राकेश सिंह ठाकुर के लिए वोट मांगने पहुंचे थे। वे बनिहाल भी जाएंगे। यहां बीजेपी उम्मीदवार मोहम्मद सलीम भट के लिए वोट मांगने जाएंगे।

गृह मंत्री ने कहा- पाकिस्तान के निवासियों को विदेशी मानता है, लेकिन भारत उन्हें अपना मानता है। जब तक भाजपा है, तब तक जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 की वापसी नहीं हो सकती।

अगस्त 2019 में जब आर्टिकल 370 हटा तब से जम्मू-कश्मीर में सिक्योरिटी को लेकर बड़े बदलाव हुए। यहां का युवा अब पिस्तौल-रिवॉल्वर के बजाय लैपटॉप और कंप्यूटर रखते हैं। बीते 5 साल में हमने 40 हजार जॉब जनरेट किए।

उन्होंने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस को आतंकियों के लिए सहानुभूति है। मैंने सुना कि उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अफजल गुरु को फांसी नहीं दी जानी चाहिए थी। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या अफजल गुरु को माला पहनाई जानी चाहिए थी?

रामबन विधानसभा श्रेत्र से भाजपा से राकेश सिंह ठाकुर मैदान में हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने अर्जुन सिंह राजू को टिकट दिया है। NC के बागी कार्यकर्ता सूरज सिंह परिहार भी चुनाव लड़ रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा के नीलम कुमार लंगेह ने जीत हासिल की थी। लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं मिला।

 जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने 6 सितंबर को कहा था कि 2001 के संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी देने से कोई भी उद्देश्य पूरा नहीं हुआ।

ANI को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर सरकार का अफजल गुरु की फांसी से कोई लेना-देना नहीं था। अगर होता तो राज्य सरकार की अनुमति से गुरु को फांसी देनी पड़ती, जिसके लिए राज्य सरकार कभी परमिशन नहीं देती।

गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार (7 सितंबर) को जम्मू के पलौरा में जनसभा की। विधानसभा चुनाव को लेकर शाह की यह पहली रैली है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार कभी नहीं बन पाएगी।

शाह ने ये भी कहा- कांग्रेस-नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठबंधन LoC (नियंत्रण रेखा, भारत-पाकिस्तान बॉर्डर) पर फिर से ट्रेड शुरू करना चाहता है। उसका पैसा आतंकियों के मददगारों तक पहुंचेगा और इलाके में फिर से अशांति आएगी। हालांकि, भाजपा सरकार के रहते ऐसा संभव नहीं हो पाएगा।

गृह मंत्री बोले- जब तक जम्मू-कश्मीर में शांति नहीं आएगी, तब तक पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी। कांग्रेस जेल में बंद पत्थरबाजों और आतंकी गतिविधियों में लिप्त लोगों को छुड़ाना चाहती है, ताकि आतंक फिर से फैले

भाजपा ने 6 सितंबर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कॉलेज छात्रों को हर साल 3 हजार रुपए यातायात भत्ता दिया जाएगा। 10वीं क्लास में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को टैबलेट और लैपटॉप मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘5 लाख रोजगार दिए जाएंगे। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को हर साल 2 फ्री LPG सिलेंडर दिए जाएंगे। अटल आवास योजना के जरिए भूमिहीन लोगों को एक बीघा जमीन मुफ्त दी जाएगी।’

घोषणापत्र जारी करने के दौरान शाह ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर भारत का है, था और रहेगा। 10 साल में राज्य का विकास हुआ है और हो रहा है। धारा 370 और 35 (A) बीते दौरे की बात बन गई है। अब ये हमारे संविधान का हिस्सा नहीं है। ये सब पीएम नरेंद्र मोदी के ताकतवर फैसले से हुआ। धारा 370 इतिहास बन गई है। हम इसे कभी आने नहीं देंगे।

राहुल गांधी ने 4 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के रामबन और अनंतनाग में चुनावी रैली की।उन्होंने कहा- जम्मू-कश्मीर से स्टेटहुड छीना गया, हम इसे वापस देंगे। यहां राजा का शासन है। यहां के राजा LG हैं। पहले केंद्र शासित प्रदेश को राज्य बनाते थे। मोदी जी राज्यों को केंद्र शासित प्रदेश बना रहे हैं।

राहुल ने पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत अंबानी-अडाणी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा- पीएम मोदी पहले छाती फैलाकर चलते थे। अब वे कंधे झुकाकर आते हैं। इस बार संसद में सिर पर संविधान रखकर घुसे

भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है। लिस्ट में शिवराज चौहान, योगी आदित्यनाथ और स्मृति ईरानी का भी नाम है।

जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि घाटी के कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में जमीनी हालात को देखते हुए भाजपा कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन कर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि पूरे जम्मू-कश्मीर में इस समय भाजपा की जबरदस्त लहर है। मैं विश्वास के साथ कहता हूं कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा की सरकार बनेगी। प्रचंड बहुमत के साथ जम्मू-कश्मीर में भाजपा अपनी सरकार बनाएगी।

कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने चुनाव पूर्व गठबंधन किया है। NC 52 सीटों पर और कांग्रेस 31 सीटों पर उम्मीदवार उतार रही है। दोनों पार्टियों ने दो सीटें छोड़ी हैं, एक घाटी में CPI (M) के लिए और दूसरी जम्मू संभाग में पैंथर्स पार्टी के लिए।

जम्मू संभाग में नगरोटा, बनिहाल, डोडा और भद्रवाह और घाटी में सोपोर की पांच सीटों पर NC और कांग्रेस दोनों ही अपने उम्मीदवार उतारेंगे, जिसे गठबंधन ‘दोस्ताना मुकाबला’ कह रहा है।

नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला ने 22 अगस्त को विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन का ऐलान किया था।
नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ फारूक अब्दुल्ला ने 22 अगस्त को विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन का ऐलान किया था।

 जम्मू-कश्मीर में आखिरी बार 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। तब और PDP ने गठबंधन सरकार बनाई थी। 2018 में गठबंधन टूटने के बाद सरकार गिर गई थी। इसके बाद राज्य में 6 महीने तक राज्यपाल शासन (उस समय जम्मू-कश्मीर संविधान के अनुसार) रहा। इसके बाद राष्ट्रपति शासन लागू हो गया।

राष्ट्रपति शासन के बीच ही 2019 के लोकसभा चुनाव हुए, जिसमें  भारी बहुमत के साथ केंद्र में लौटी। इसके बाद 5 अगस्त 2019 को  सरकार ने आर्टिकल-370 खत्म करके राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांट दिया था। इस तरह जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। आर्टिकल-370 हटने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है। वोटिंग तीन फेज में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगी। दैनिक भास्कर के रिपोर्टर सुनील मौर्य और वैभव पलनीटकर अगले एक महीने जम्मू-कश्मीर में रहेंगे। इस दौरान आप पढ़ेंगे लीडर्स के इंटरव्यू, किस सीट से कौन है मजबूत और कौन सी सीटों पर फंसा है पेच

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