मानसून सत्र के चौथे दिन सदन में कौशल्या विहार के गजराज तालाब का गुंजा मुद्दा
रायपुर- छत्तीसगढ़ विधानसभा में जारी मानसून सत्र का आज चौथा दिन है। चौथे दिन भी पक्ष और विपक्ष जोरदार नोकझोंक देखने को मिली।बता दें कि प्रश्नकाल के दौरान दोनों दलों ने कई सवाल भी उठाए। इस दौरान सदन में कौशल्या विहार के गजराज तालाब का मुद्दा भी गुंजा। विधायक राजेश मूणत ने इस मामले में सवाल करते हुए कहा कि तालाब के आसपास की जमीन आमोद प्रमोद में इस्तेमाल होनी थी।
टीएनसी से बिना अनुमति ले आउट कैसे बदल सकता है? इसकी जांच होगी। दोषी के खिलाफ करवाई होगी। वहीं इस पर मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि टेंडर शर्तो का परीक्षण कराएंगे। तालाब के आसपास की जमीन आमोद प्रमोद के रूप में इस्तेमाल होगी। वहीं दूसरी ओर सक्ति जिले में संचालित खदान की जांच की मंत्री ओपी चौधरी ने सदन में घोषणा की।
ओपी चौधरी ने सदन में कहा कि अगले सत्र से पहले जांच करा ली जाएगी। सभी 19 डोलेमाइट खदान की जांच होगी। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत के सवाल पर घोषणा हुई। इसके बाद विपक्ष ने शून्यकाल में स्थगन प्रस्ताव लाया। विपक्ष में सदन में डेंगू, मलेरिया और डायरिया का मुद्दा उठाया। कहा प्रदेश में अचानक मामले बढ़े हैं। वहीं नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने यह विषय रखा कि अस्पताल में दवा नहीं मिल रही है। मलेरिया, डेंगू टेस्ट की सुविधा नहीं है।